प्रयागराज। विश्वविद्यालयों में शिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय
के बाद अब इलाहाबाद विश्वविद्यालय और इसके संघटक कॉलेजों में अधूरी पड़ी
शिक्षक भर्ती शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है।
सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल होने के बाद यूजीसी के निर्देश पर इविवि और इसके संघटक कॉलेजों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बीच में ही रोक दी गई थी।
हालांकि इविवि और संघटक कॉलेजों में शुरू से ही विभागों को यूनिट मानकर
आरक्षण व्यवस्था लागू की की गई थी और इसी आधार शिक्षक भर्ती की गई। हालांकि
ज्यादातर संघटक कॉलेजों में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और
कुछ कॉलेजों में शिक्षकों का एक साल की प्रोबेशन अवधि भी पूरी हो चुकी है।
इविवि में हिंदी विभाग में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कुछ
अन्य विभागों में भी शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है लेकिन, इविवि के
ज्यादातर विभागों में आरक्षण मामले में भर्तियां अटकी हुई हैं। इसके अलावा
इविवि के संघटक इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में शिक्षक भर्ती शुरू नहीं हुई है।
बाकी कॉलेजों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया तकरीबन पूरी हो चुकी है। सीएमपी
में भी ज्यादातर विषयों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कुछ
विषय हैं, जहां भर्ती होनी है। सुप्रीम कोर्ट से एसएलपी खारिज होने के बाद
अब इविवि और सभी कॉलेजों में अधूरी पड़ी भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने का
रास्ता साफ हो गया है।
सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल होने के बाद यूजीसी के निर्देश पर इविवि और इसके संघटक कॉलेजों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बीच में ही रोक दी गई थी।