देवरिया। वार्षिक परीक्षाओं से पूर्व शनिवार को परिषदीय स्कूलों में हुए
लर्निंग ग्रेड टेस्ट में ओएमआर शीट भरने को लेकर बच्चे और शिक्षक परेशान
रहे। मास्टर कॉपी के रुप में सिर्फ एक प्रश्न पत्र आने से स्कूलों में उसकी
फोटोकॉपी पहुंची। इसमें कई ऐसे सवाल रहे, जिन्हें समझने और उत्तर बताने
में गुरुजी के भी पसीने छूटे गए।
आधी-अधूरी तैयारियों के बीच शुरू हुई परीक्षा का ठीकरा शिक्षकों ने विभाग के जिम्मेदारों के सिर फोड़ा।
सोमवार से परिषदीय स्कूलों की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होंगी। बच्चों का लर्निंग ग्रेड जांचने के लिए शनिवार को पहली से कक्षा आठ तक के बच्चों से ओएमआर शीट भरवाया गया। एक क्लास में सिर्फ एक प्रश्नपत्र मिला था। कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों को 50 प्रश्न और कक्षा एक और दो के लिए 30 प्रश्न थे। सदर बीआरसी के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद अयाज हसन ने बताया कि कक्षा पांच में 25 नंबर का प्रश्न समझ में नहीं आ रहा। शिक्षामित्र प्रशांतनाथ तिवारी और नीलम तिवारी ने बताया कि कक्षा एक में प्रश्न संख्या 15 में दिया गया है कि टीवी स्क्रिन पर कौन सा कलर है, जबकि प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी चित्र पूरी तरह काली हो गई है। स्पष्ट नहीं हो रहा है कि इस सवाल का उत्तर बच्चे कैसे दें।
राजीव गांधी प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामनाथ देवरिया में भी ओएमआर शीट भरने को लेकर शिक्षक और बच्चे परेशान दिखे। शिक्षकों का कहना है कि ओएमआर शीट तो बच्चों की संख्या के हिसाब से मिला था, लेकिन प्रश्नपत्र सिर्फ मास्टर कॉपी के रूप में एक आया था। ब्लैक बोर्ड पर प्रश्नों को लिखकर बच्चों से ओएमआर शीट भरवाना पड़ा। इसकी वजह से पूरा दिन इसी में खत्म हो गया। प्रभारी बीएसए प्रदीप शर्मा ने बताया कि प्रश्नपत्रों में गड़बड़ी की जानकारी नहीं है। किसी भी शिक्षक ने ऐसी शिकायत नहीं की है, लेकिन इसका संज्ञान लिया जाएगा।
आधी-अधूरी तैयारियों के बीच शुरू हुई परीक्षा का ठीकरा शिक्षकों ने विभाग के जिम्मेदारों के सिर फोड़ा।
सोमवार से परिषदीय स्कूलों की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होंगी। बच्चों का लर्निंग ग्रेड जांचने के लिए शनिवार को पहली से कक्षा आठ तक के बच्चों से ओएमआर शीट भरवाया गया। एक क्लास में सिर्फ एक प्रश्नपत्र मिला था। कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों को 50 प्रश्न और कक्षा एक और दो के लिए 30 प्रश्न थे। सदर बीआरसी के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद अयाज हसन ने बताया कि कक्षा पांच में 25 नंबर का प्रश्न समझ में नहीं आ रहा। शिक्षामित्र प्रशांतनाथ तिवारी और नीलम तिवारी ने बताया कि कक्षा एक में प्रश्न संख्या 15 में दिया गया है कि टीवी स्क्रिन पर कौन सा कलर है, जबकि प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी चित्र पूरी तरह काली हो गई है। स्पष्ट नहीं हो रहा है कि इस सवाल का उत्तर बच्चे कैसे दें।
राजीव गांधी प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय रामनाथ देवरिया में भी ओएमआर शीट भरने को लेकर शिक्षक और बच्चे परेशान दिखे। शिक्षकों का कहना है कि ओएमआर शीट तो बच्चों की संख्या के हिसाब से मिला था, लेकिन प्रश्नपत्र सिर्फ मास्टर कॉपी के रूप में एक आया था। ब्लैक बोर्ड पर प्रश्नों को लिखकर बच्चों से ओएमआर शीट भरवाना पड़ा। इसकी वजह से पूरा दिन इसी में खत्म हो गया। प्रभारी बीएसए प्रदीप शर्मा ने बताया कि प्रश्नपत्रों में गड़बड़ी की जानकारी नहीं है। किसी भी शिक्षक ने ऐसी शिकायत नहीं की है, लेकिन इसका संज्ञान लिया जाएगा।