बेसिक शिक्षकों का अंतर जिला तबादला तकनीकी पेच में उलझा

लखनऊ: एक से दूसरे जिले में तबादले का शासनादेश जारी होने की बाट जोह रहे परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का इंतजार लंबा खिंच रहा है।
अक्टूबर बीतने को है लेकिन अंतर जिला तबादले का शासनादेश अब तक जारी नहीं हो पाया है। यह स्थिति तब है जब बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र) डॉ.सतीश चंद्र द्विवेदी खुद कह चुके हैं कि शिक्षकों के अंतर जिला तबादलों के लिए अक्टूबर से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे।

सूत्रों का कहना है कि अंतर जिला तबादले की प्रक्रिया को लेकर तकनीकी पेच फंस गया है। इससे पहले जब भी ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए अंतर जिला तबादले हुए तो स्थानांतरण के योग्य पाये गए शिक्षकों के विकल्प के आधार पर उन्हें सिर्फ एक से दूसरे जिले में भेजने का प्रावधान था। एनआइसी भी इसी आधार पर ऑनलाइन तबादले का सॉफ्टवेयर तैयार करता था। शिक्षकों का जब मनचाहे जिले में तबादला हो जाता था तो फिर वह शहरी सीमा से लगे स्कूलों या अगड़े ब्लॉक के विद्यालयों में तैनाती के लिए जुगाड़ लगाते थे और इसमें सफल भी हो जाते थे। इस बार शासन की मंशा है कि शिक्षकों के तबादले इस तरह से किए जाएं कि पिछड़े ब्लॉक के स्कूलों में जहां शिक्षकों की कमी है, वहां भी अध्यापकों का तबादला हो। साथ ही, तबादला प्रक्रिया में छात्र-शिक्षक अनुपात का भी ध्यान रखा जाए।