अमेठी.
अमेठी जिले में सोमवार को फर्जी प्रमाण पत्र (Fake Degree) के सहारे
नौकरी करने वाले 16 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. स्पेशल
टास्क फोर्स (एसआईटी) की जांच के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद
कुमार मिश्रा ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर
नियुक्त शिक्षकों के विरुद्ध प्रथम सूचना दर्ज करने को तहरीर दी है.
फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल करने वाले बर्खास्त शिक्षक नयन कुमार बाजारशुकुल के तेदुआ खास में बतौर सहायक अध्यापक तैनात थे. अखिलेश कुमार सिंह की तैनाती भादर के भदावा, सरोज कुमार भारती जामों के पूरे परमेश्वरी, अखिलेश कुमार यादव बाजारशुकुल के किसुनी, सोनू कुमार जगदीशपुर के रस्तामऊ, योगेंद्र कुमार सिंहपुर के रुकुनपुर व रामदेव शुक्लापुर में सहायक अध्यापक के रूप में थे.
वहीं शिव चरन भादर के सवनगी, धर्मेंद्र कुमार सिंहपुर के भीखीपुर, विनय कुमार तिवारी जामों के राजामऊ भवानी गढ़, अशोक कुमार बाजारशुकुल के घटपुरवा, प्रशांत शेखर शुकुल बाजार के दक्खिनगांव क्यार, शैलेंद्र कुमार सिंह सिंहपुर के रामपुर ढेलई, मुकेश कुमार जामों के कटारी प्रथम व शबीना खातून मुसाफिरखाना पर बर्खास्तगी की कार्रवाई गई है. बीएसए की तहरीर पर पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
बता दें कि 2015 में 16448 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई थी. ये अमेठी जनपद के दर्जनो बेसिक स्कूलों में तैनात थे. जब इनकी फर्जी डिग्री की भनक बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार मिश्रा को लगी तो उन्होंने सबसे पहले विभिन्न संस्थाओ के माध्यम से जांच कराई. बीएसए के मुताबिक के जांच के बाद 16 शिक्षकों की डिग्री फर्जी मिली. जिसके बाद सभी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.
फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल करने वाले बर्खास्त शिक्षक नयन कुमार बाजारशुकुल के तेदुआ खास में बतौर सहायक अध्यापक तैनात थे. अखिलेश कुमार सिंह की तैनाती भादर के भदावा, सरोज कुमार भारती जामों के पूरे परमेश्वरी, अखिलेश कुमार यादव बाजारशुकुल के किसुनी, सोनू कुमार जगदीशपुर के रस्तामऊ, योगेंद्र कुमार सिंहपुर के रुकुनपुर व रामदेव शुक्लापुर में सहायक अध्यापक के रूप में थे.
वहीं शिव चरन भादर के सवनगी, धर्मेंद्र कुमार सिंहपुर के भीखीपुर, विनय कुमार तिवारी जामों के राजामऊ भवानी गढ़, अशोक कुमार बाजारशुकुल के घटपुरवा, प्रशांत शेखर शुकुल बाजार के दक्खिनगांव क्यार, शैलेंद्र कुमार सिंह सिंहपुर के रामपुर ढेलई, मुकेश कुमार जामों के कटारी प्रथम व शबीना खातून मुसाफिरखाना पर बर्खास्तगी की कार्रवाई गई है. बीएसए की तहरीर पर पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
बता दें कि 2015 में 16448 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई थी. ये अमेठी जनपद के दर्जनो बेसिक स्कूलों में तैनात थे. जब इनकी फर्जी डिग्री की भनक बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार मिश्रा को लगी तो उन्होंने सबसे पहले विभिन्न संस्थाओ के माध्यम से जांच कराई. बीएसए के मुताबिक के जांच के बाद 16 शिक्षकों की डिग्री फर्जी मिली. जिसके बाद सभी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.