दोस्तों नमस्कार 🙏
आज अपने केस की लंच के बाद 2:15 बजे जैसे सुनवाई शुरू हुई तो अपनी तरफ से मोस्ट सीनियर अधिवक्ता #सुरेशकालियाजी द्वारा बहस की शुरूआत की गई। सबसे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट जजमेंट आनंद कुमार यादव का आधार बनाते हुए प्रभावी बहस की।
उसके बाद निम्न बिंदुओं को विधि सम्मत तरीके से समझाते हुए, स्पष्ट किया :--
68500 और 69000 दोनों भर्ती परीक्षाएं कैसे अलग हैं...?
अधिक नंबर वाला अधिक योग्य है या कम नंबर वाला...?
सरकार कैसे समय-समय पर कट आफ लगा सकती हैं...?
फिर सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न आर्डर जैसे झारखंड (JPSC), MCD और अनुभाग सम्बंधित आर्डर आदि का हवाला देते हुए इससे सम्बंधित तथ्यों को कोर्ट को अवगत कराया। जिस पर दोनों जज साहब ने सहमति जताई।
उसके बाद सीनियर अधिवक्ता कालिया जी द्वारा कुछ अन्य महत्वपूर्ण जजमेंट भी कोर्ट में सबमिट किए गए। आज उनकी बहस समाप्त करने के बाद उनका #लिखित_सबमिशन भी कोर्ट में #सबमिट कर दिया गया।
सीनियर अधिवक्ता सुरेश कालिया जी का सबमिशन खत्म होने के बाद सीनियर अधिवक्ता प्रशांत चंद्रा जी द्वारा बहस शुरू की गई। जिन्होंने कुलभूषण आर्डर को आधार बनाते हुए बहस शुरू की और उनके द्वारा लगभग आधे घंटे के ऊपर बहस करने के बाद जज साहब द्वारा कल की डेट लगा दी गई।
B.Ed. टीम के पैरोकारों से उम्मीद/निवेदन है कि यदि आर्डर जल्द रिजर्व करवाने के पक्षधर हों तो कल के दिन बहस के लिए 2 घण्टे का समय है और वो अपने दोनों सीनियर अधिवक्ताओं की 1-1 घण्टे की बहस करवाके, उनके लिखित सबमिशन कल ही कोर्ट में सबमिट करा दें।👏
अब बहस को बहुत लंबा खींच के समय बर्बाद करने से कोई फायदा नहीं है, मार्च में लगभग 12 से 15 दिन कोर्ट बंद रहेगी और रोस्टर भी बदलने की संभावना है, इसीलिए हम सब की कोशिश होनी चाहिए कि फरवरी में ही हर हाल में आर्डर रिजर्व हो जाए।👏
सुनवाई के बाद B.Ed. टीम से बात की गई, जिसमें या पता चला की उनकी टीम भारांक मुद्दे और B.Ed. मुद्दे- दोनों पर बहस कराएगी। तो इसपर मेरा विचार है कि आप सबको भी पता है कि B.Ed. अब बाहर नहीं होगा और भारांक भी कम नहीं किया जा सकता।
इसीलिए बीएड के पैरोकारों से निवेदन है कि केवल कटऑफ मुद्दे पर बहस कराएं और जल्दी से लिखित सबमिशन सबमिट करके विपक्ष की बहस शुरू कराएं। क्योंकि जितना बहस आप भारांक और B.Ed मुद्दे पर कराएंगे उतनी बहस विपक्ष भी इन मुद्दों पर करायेगा। पर आर्डर केवल और केवल कट-ऑफ की स्पेशल अपील (मुख्य स्पेशल अपील 156/2019 और अन्य सभी स्पेशल अपील) पर ही आना है क्योंकि भारांक और बीएड संबंधित अन्य मैटर डी टैग हो गये हैं।
इसलिए कट ऑफ पर आर्डर लेके पहले नौकरी ले लें फिर B.Ed वाले केस पर डेट पर डेट खेलते रहें। आपको भी पता है 90-97 फाइनल होते ही नौकरी मिल जाएगी सारे केस दब जाएंगे। इसीलिए हम सबका लक्ष्य केवल स्पेशल अपील पर बहस कराना होना चाहिए।
हमारी टीम ऑर्डर को जल्दी रिजर्व कराने के लिए अपने सीनियर अधिवक्ता #अनिलतिवारीजी की बहस को बीएड के दोनों सीनियर अधिवक्ताओं की बहस के बाद सबसे अंत बहुत ही कम समय में कराएगी (वो भी जरूरत पड़ने पर)।
सोशल मीडिया पर पब्लिसिटी पाने का दौर कुछ ऐसा चल रहा कि कुछ नेता जो याची बना के पैसा इकट्ठा किए और अब उसी पैसे से दृष्टि कोचिंग इलाहाबाद में IAS की कोचिंग में एडमिशन लिए हैं, वो बस सुनवाई के दिन कोर्ट आकर, पास बनवाकर फ़ोटो डाल देते हैं पर कोर्ट रूम में मौजूद नही रहते और फिर भी अपडेट दिया करते है। उनसे कहना है कि वो अपनी पब्लिसिटी के लिए लड़कों को गुमराह न करें।
कुछ लोग आज की सुनवाई पर कमेंट में कर रहे थे कि कोर्ट में वही पुरानी कहानी चल रही है तो भैया पहली बात की नई बेंच है सारी चीजें फिर से रखी जायेगी और दूसरी बात ये कि शिक्षा संबंधित केस था तो इंडिया पाकिस्तान की कहानी तो चलेगी नहीं।
#बीटीसी लीगल टीम
#धन्यवाद
Next date :- 6 February
Time :- 2:15
आज अपने केस की लंच के बाद 2:15 बजे जैसे सुनवाई शुरू हुई तो अपनी तरफ से मोस्ट सीनियर अधिवक्ता #सुरेशकालियाजी द्वारा बहस की शुरूआत की गई। सबसे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट जजमेंट आनंद कुमार यादव का आधार बनाते हुए प्रभावी बहस की।
उसके बाद निम्न बिंदुओं को विधि सम्मत तरीके से समझाते हुए, स्पष्ट किया :--
68500 और 69000 दोनों भर्ती परीक्षाएं कैसे अलग हैं...?
अधिक नंबर वाला अधिक योग्य है या कम नंबर वाला...?
सरकार कैसे समय-समय पर कट आफ लगा सकती हैं...?
फिर सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न आर्डर जैसे झारखंड (JPSC), MCD और अनुभाग सम्बंधित आर्डर आदि का हवाला देते हुए इससे सम्बंधित तथ्यों को कोर्ट को अवगत कराया। जिस पर दोनों जज साहब ने सहमति जताई।
उसके बाद सीनियर अधिवक्ता कालिया जी द्वारा कुछ अन्य महत्वपूर्ण जजमेंट भी कोर्ट में सबमिट किए गए। आज उनकी बहस समाप्त करने के बाद उनका #लिखित_सबमिशन भी कोर्ट में #सबमिट कर दिया गया।
सीनियर अधिवक्ता सुरेश कालिया जी का सबमिशन खत्म होने के बाद सीनियर अधिवक्ता प्रशांत चंद्रा जी द्वारा बहस शुरू की गई। जिन्होंने कुलभूषण आर्डर को आधार बनाते हुए बहस शुरू की और उनके द्वारा लगभग आधे घंटे के ऊपर बहस करने के बाद जज साहब द्वारा कल की डेट लगा दी गई।
B.Ed. टीम के पैरोकारों से उम्मीद/निवेदन है कि यदि आर्डर जल्द रिजर्व करवाने के पक्षधर हों तो कल के दिन बहस के लिए 2 घण्टे का समय है और वो अपने दोनों सीनियर अधिवक्ताओं की 1-1 घण्टे की बहस करवाके, उनके लिखित सबमिशन कल ही कोर्ट में सबमिट करा दें।👏
अब बहस को बहुत लंबा खींच के समय बर्बाद करने से कोई फायदा नहीं है, मार्च में लगभग 12 से 15 दिन कोर्ट बंद रहेगी और रोस्टर भी बदलने की संभावना है, इसीलिए हम सब की कोशिश होनी चाहिए कि फरवरी में ही हर हाल में आर्डर रिजर्व हो जाए।👏
सुनवाई के बाद B.Ed. टीम से बात की गई, जिसमें या पता चला की उनकी टीम भारांक मुद्दे और B.Ed. मुद्दे- दोनों पर बहस कराएगी। तो इसपर मेरा विचार है कि आप सबको भी पता है कि B.Ed. अब बाहर नहीं होगा और भारांक भी कम नहीं किया जा सकता।
इसीलिए बीएड के पैरोकारों से निवेदन है कि केवल कटऑफ मुद्दे पर बहस कराएं और जल्दी से लिखित सबमिशन सबमिट करके विपक्ष की बहस शुरू कराएं। क्योंकि जितना बहस आप भारांक और B.Ed मुद्दे पर कराएंगे उतनी बहस विपक्ष भी इन मुद्दों पर करायेगा। पर आर्डर केवल और केवल कट-ऑफ की स्पेशल अपील (मुख्य स्पेशल अपील 156/2019 और अन्य सभी स्पेशल अपील) पर ही आना है क्योंकि भारांक और बीएड संबंधित अन्य मैटर डी टैग हो गये हैं।
इसलिए कट ऑफ पर आर्डर लेके पहले नौकरी ले लें फिर B.Ed वाले केस पर डेट पर डेट खेलते रहें। आपको भी पता है 90-97 फाइनल होते ही नौकरी मिल जाएगी सारे केस दब जाएंगे। इसीलिए हम सबका लक्ष्य केवल स्पेशल अपील पर बहस कराना होना चाहिए।
हमारी टीम ऑर्डर को जल्दी रिजर्व कराने के लिए अपने सीनियर अधिवक्ता #अनिलतिवारीजी की बहस को बीएड के दोनों सीनियर अधिवक्ताओं की बहस के बाद सबसे अंत बहुत ही कम समय में कराएगी (वो भी जरूरत पड़ने पर)।
सोशल मीडिया पर पब्लिसिटी पाने का दौर कुछ ऐसा चल रहा कि कुछ नेता जो याची बना के पैसा इकट्ठा किए और अब उसी पैसे से दृष्टि कोचिंग इलाहाबाद में IAS की कोचिंग में एडमिशन लिए हैं, वो बस सुनवाई के दिन कोर्ट आकर, पास बनवाकर फ़ोटो डाल देते हैं पर कोर्ट रूम में मौजूद नही रहते और फिर भी अपडेट दिया करते है। उनसे कहना है कि वो अपनी पब्लिसिटी के लिए लड़कों को गुमराह न करें।
कुछ लोग आज की सुनवाई पर कमेंट में कर रहे थे कि कोर्ट में वही पुरानी कहानी चल रही है तो भैया पहली बात की नई बेंच है सारी चीजें फिर से रखी जायेगी और दूसरी बात ये कि शिक्षा संबंधित केस था तो इंडिया पाकिस्तान की कहानी तो चलेगी नहीं।
#बीटीसी लीगल टीम
#धन्यवाद
Next date :- 6 February
Time :- 2:15