लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में बच्चों की शैक्षिक दक्षता का अब नियमित तौर पर मूल्यांकन करने की तैयारी है। इसके लिए तकनीक का सहारा लिया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग इसके लिए सरल एप का इस्तेमाल करेगा। अभी परिषदीय स्कूलों में बच्चों की शैक्षिक दक्षता का आकलन अर्ध वार्षिक और वार्षिक परीक्षा के माध्यम से साल में दो बार करने की व्यवस्था है।
परीक्षा के बाद बच्चों की आंसर शीट इकट्ठा कर ब्लाक संसाधन केंद्र पर भेजी जाती है। वहां उनका मूल्यांकन होता है। फिर बच्चों के रिजल्ट की डाटा फी¨डग होती है। इन परीक्षाओं के आयोजन में काफी समय लगता है। बच्चों के सीखने समझने के स्तर का मूल्यांकन अब एसेसमेंट टेस्ट के जरिये हर 15 दिन में किया जा सके, बेसिक शिक्षा विभाग इसकी योजना बना रहा है। इस काम में आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस पर आधारित सरल मोबाइल एप का उपयोग किया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों के छात्रों की शैक्षिक दक्षता अब रियल टाइम में परखी जा सकेगी, समय व संसाधन की होगी बचत
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