सरकार ने नीट व 69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में ओबीसी आरक्षण का ध्यान नहीं रखा

 विधान परिषद सदस्य व सपा के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष डा.राजपाल कश्यप ने प्रदेश की योगी सरकार पर पिछड़ा वर्ग आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाया। कहा कि सूबे की सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है।

डा.राजपाल गुरुवार को यहां कचहरी रोड स्थित पार्टी के जिला कार्यालय लोहिया ट्रस्ट में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि कोरोना काल जैसे कठिन समय में आक्सीजन, दवाओं बेड की कमी से आम लोगों की मौतें हुईं। जिसने अपनों को खोया वो सरकार को कभी माफ नहीं करेंगे। पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि पांच सालों में योगी आदित्यनाथ सरकार ने विकास कार्य भी नहीं करा पाई। पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार के समय में निर्मित अस्पताल ही काम आए। उन्होंने कहा कि कारोना काल जैसे विषम परिस्थितियों में अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों की सेवा करने वाली एंबुलेंस चालकों को यूपी सरकार तनख्वाह तक नहीं दे पा रही है। यही नहीं चालकों को नौकरी से निकाला जा रहा है। जो चिंता जनक है। पंचायत चुनाव में जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में सरकारी तंत्र हाबी रहा। तंत्र के बल पर जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख पदों पर कब्जा जमा लिया। लेकिन जनता मन बना चुकी है। विधानसभा चुनाव में इसका हिसाब चुकता करने से नहीं चूकेगी। आरक्षण के मुद्देपर उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार ने नीट व 69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में ओबीसी आरक्षण का ध्यान नहीं रखा। यही नहीं महिला,दलितों के साथ ही आम जन भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। विधान परिषद सदस्य ने सरकार को हर पायदान पर घेरने का प्रयास किया। इस दौरान पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक जगदम्बा प्रसाद सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष आशीष यादव, शिवशंकर यादव, अशोक यादव, सुरेंद्र सिंह आदि रहे। इसके बाद उन्होंने पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं संग बैठ कर पार्टी की नीतियों से अवगत कराया।