टीईटी पेपर लीक प्रकरण में उत्तराखंड में तैनात आडिटर अमित वर्मा को एसटीएफ ने मुख्य आरोपी बताया है। उसी ने प्रयागराज में सॉल्वर गैंग को टीईटी का पेपर व्हाट्सएप किया था। शिवकुटी और झूंसी थाने में दर्ज मुकदमों में उसका नाम सामने आया है लेकिन इसके बाद भी पुलिस और एसटीएफ मिलकर भी एक सरकारी कर्मचारी को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। पुलिस की जांच के बाद ही पता चलेगा कि अमित वर्मा को पेपर कहां से मिला था। वहीं शंकरगढ़ पुलिस ने पकड़े गए 25 हजार इनामी अजय देव पटेल को जेल भेज दिया।
सीओ एसटीएफ नवेंदु सिंह ने बताया कि 28 नवंबर 2021 को एसटीएफ ने झूंसी से सत्य प्रकाश सिंह, अभिषेक सिंह और अनुराग को टीईटी का लीक पेपर के साथ गिरफ्तार किया था। सत्य प्रकाश के मोबाइल से खुलासा हुआ कि उसे शंकरगढ़ के अजय देव पटेल ने व्हाट्सएप पर टीईटी का पेपर भेजा था। एसटीएफ ने शनिवार को अजय देव पटेल को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन उसका मोबाइल नहीं मिला। अजय ने एसटीएफ को बताया कि उसने साक्ष्य मिटाने के लिए मोबाइल तोड़कर फेंक दिया था। यह भी बयान दिया कि उसे उत्तराखंड से अमित वर्मा ने पेपर लीक होने के बाद व्हाट्सएप किया था। अब इस केस अमित वर्मा की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई हैं। टीईटी प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ठोस कार्रवाई करने का आदेश दिया था। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी दी गई थी।
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