बागपत। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों में खेल प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पूरे साल खेलकूद में शामिल होने का मौका मिलेगा। इसके लिए शासन की ओर से दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
कोरोना संकट से विद्यालयों में दो साल से खेलकूद प्रतियोगिताएं प्रभावित चल रहीं थीं। प्रतियोगिताओं के न होने से विद्यार्थी अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे थे। अब दो साल बाद जिले के परिषदीय स्कूलों में खेलकूद प्रतियोगिताएं फिर शुरू होंगी। शासन स्तर पर बैठे अफसरों खेलों को लेकर पूरा कार्यक्रम घोषित कर दिया है। अब जुलाई से नवंबर तक प्रतियोगिता होंगी। विद्यालय से न्याय पंचायत स्तर तक की खेलकूद प्रतियोगिताएं एक अगस्त तक पूरी होंगी। सितंबर माह के पहले सप्ताह तक ब्लॉक स्तर की प्रतियोगिताओं को पूरा कराया जाएगा। ब्लाक स्तर पर टीमों का गठन हो जाने के बाद जिला स्तर पर अक्टूबर माह के पहले सप्ताह तक प्रतियोगिता आयोजित करानी होगी। मंडल स्तर पर प्रतियोगिताएं नवंबर माह के पहले सप्ताह तक होंगी।
चार दिन खेल, दो दिन स्काउट शिक्षा
प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में हफ्ते के चार दिन खेलकूद और दो दिन स्काउट की गतिविधियां कराई जाएंगी। खेलकूद प्रतियोगिताओं में अनावश्यक औपचारिकताओं से बचते हुए केवल खेलने पर ही ध्यान दिया जाए। खेलकूद व स्काउट के आयोजन का ब्यौरा रजिस्टर में रखा जाएगा। स्कूलों के हेड मास्टरों की जिम्मेदारी होगी कि स्कूल का हर बच्चा किसी न किसी खेल से अवश्य जुड़ें।
टीम बनाने के लिए होगा ट्रायल
गांवों में रहने वाले विद्यार्थियों के अंदर काफी खेल प्रतिभा छुपी होती है। किसी न किसी खेल में बच्चे पारंगत होते हैं। परिषदीय स्कूलों में पंजीकृत करीब एक लाख साठ हजार से अधिक छात्रों को किसी न किसी खेल में शामिल किया जाना है। बच्चों का चयन ट्रायल कराकर टीम बनानी है, जो छात्र जिस खेल में अव्वल होगा, उसे उस टीम में शामिल कर अभ्यास कराया जाएगा।
जुलाई माह से हर स्कूल स्तर से टीम बनाई जाएगी। जुलाई से लेकर नंबवर माह तक विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कराए जाएंगे। प्रतियोगिताओं के जरिए खेल प्रतिभाओं को तराशा जाएगा।
राघवेंद्र सिंह, बीएसए बागपत