एक्सपर्ट टिप्स: टीचिंग में जाना है, तो अब कई विकल्प हैं

  मैं अभी आर्ट्स विषयों से 10+2 कर रही हूं और टीचिंग में खास रुचि है। स्कूल शिक्षिका के रूप में करियर बनाना चाहती हूं। कृपया मार्गदर्शन करें। नीता शाह



आपके पास टीचर बनने के लिए तीन रास्ते हैं -10+2 के बाद 2 वर्षीय डीएलएड या डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन कोर्स, 10+2 के बाद ही 4 वर्षीय आईटेप यानी इंटिग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम और ग्रेजुएशन के बाद 2 वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम। यहां एक बदलाव और होने की सम्भावना है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत ग्रेजुएशन ऑनर्स की अवधि 4 वर्ष हो गई है, जिसके बाद बीएड करने वाले छात्रों के लिए 1 वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम प्रारंभ करने पर भी विचार हो रहा है। नए पाठ्यक्रम 4 वर्षीय आईटेप के अंतर्गत ग्रेजुएशन और बीएड की संयुक्त डिग्री प्रदान की जाती है। देश में टीचिंग कोर्स की मान्यता देने वाली संस्था नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन यानी एनसीटीई द्वारा अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ सरकारी बीएड कॉलेजों को आईटेप कोर्स चलाने की अनुमति दी है, जिसका आकलन करने के बाद निजी बीएड संस्थानों में भी इस कोर्स को चलाया जाएगा। उपरोक्त तीनों पाठ्यक्रमों में मूल अंतर यह है कि 10+2 के बाद 2 वर्षीय डीएलएड करने के बाद आप प्राइमरी कक्षा यानी कक्षा 5 तक की शिक्षिका बन सकते हैं, जबकि सेकेंडरी कक्षाओं के लिए आपके पास बीएड या आईटीईपी की डिग्री होनी चाहिए। ग्रेजुएशन ऑनर्स या पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद 1 वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम प्रारंभ होने में अभी कुछ समय लग सकता है।


मैं ग्रामीण क्षेत्र से हूं और गांव में पंचायत चुनाव में खड़ा होने की तैयारी कर रहा हूं। क्या कोई ऐसा कोर्स बता सकते हैं, जो इसमें सहायक हो? मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया है। -संजय गुर्जर


पॉलिटिकल साइंस से स्नातक कोर्स से आपको काफी कुछ भारतीय राजनीति और यहां के तंत्र की जानकारी होगी। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा चलाया जाने वाला एक वर्षीय डिप्लोमा इन पंचायत लेवल एडमिनिस्ट्रेशन एंड डेवलपमेंट आपके लिए महत्वपूर्ण कोर्स हो सकता है। किसी भी विषय से 10+2 छात्र इस पाठ्यक्रम में सीधे दाखिला ले सकता है। यह कोर्स आपको पंचायत के सम्पूर्ण क्रिया-कलाप को समझने में मददगार होगा। आपको प्रोजेक्ट भी करना होगा। जानकारी के लिए इग्नू की वेबसाइट ignouadmission. samarth.edu.in पर नजर रखें।