अमर उजाला, इटावा मानदेय भुगतान की मांग को लेकर प्रशिक्षु शिक्षकों ने शुक्रवार को बीएसए दफ्तर पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रशिक्षु एकता जिंदाबाद और हम हमारा हक मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते के नारे बुलंद होते रहे। प्रशिक्षु शिक्षक जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए बीएसए दफ्तर पहुंचे, लेकिन वहां न बीएसए मिले और न लेखाधिकारी। हालांकि फोन से बातचीत में लेखाधिकारी ने 15 जुलाई तक भुगतान करने का आश्वासन दिया है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रशिक्षु शिक्षकों का जुलूस डीएम चौराहे से शुरू होकर बीएसए दफ्तर पर पहुंचा। काफी संख्या में मौजूद प्रशिक्षु शिक्षक हो हल्ला और नारेबाजी करते हुए दफ्तर में घुस गए।
हालांकि प्रदर्शन को देखते हुए पहले से ही यहां पर पुलिस बल तैनात था। बीएसए और लेखाधिकारी के न मिलने पर प्रशिक्षु शिक्षक दफ्तर के गेट पर ही नारेबाजी करने लगे।
प्रशिक्षु शिक्षक संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के तहत चयन होने पर 21 जनवरी से ट्रेनिंग शुरू हुई लेकिन करीब साढ़े पांच महीने बीत चुके हैं लेकिन उन्हें मानदेय नहीं दिया जा रहा। प्रति माह 7300 रुपये मानदेय दिया जाना है और मुख्यमंत्री भी 16 जून को भुगतान के चेक बांटकर इसकी शुरुआत चुके हैं।
इसके बावजूद सीएम के जिले में ही हमारी सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 400 प्रशिक्षु शिक्षक हैं। इनमें बहुत से गैर जिलों के भी हैं। मानदेय भुगतान न होने से तंगी का सामना करना पड़ रहा है। सुनवाई न होने पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लेना पड़ा।
इसी दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद यादव ने मौके पर आकर प्रशिक्षु शिक्षकों की मांग को जायज बताया और संघ के समर्थन का एलान किया। दफ्तर में बीएसए जेपी राजपूत और बेसिक लेखाधिकारी प्रदीप कुमार यादव मौजूद नहीं थे। लेखाधिकारी से बातचीत में उन्होंने 15 जुलाई तक मानदेय भुगतान का आश्वासन दिया।
इसके बाद धरना-प्रदर्शन खत्म हो गया। प्रदर्शन में अभिषेक यादव, अनिल कुमार शिकोहाबाद, मंगल सिंह जालौन, मनीष आगरा, नवीन फिरोजाबाद, सुरेश चौधरी कानपुर आदि के प्रशिक्षु शिक्षक शामिल रहे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रशिक्षु शिक्षकों का जुलूस डीएम चौराहे से शुरू होकर बीएसए दफ्तर पर पहुंचा। काफी संख्या में मौजूद प्रशिक्षु शिक्षक हो हल्ला और नारेबाजी करते हुए दफ्तर में घुस गए।
हालांकि प्रदर्शन को देखते हुए पहले से ही यहां पर पुलिस बल तैनात था। बीएसए और लेखाधिकारी के न मिलने पर प्रशिक्षु शिक्षक दफ्तर के गेट पर ही नारेबाजी करने लगे।
प्रशिक्षु शिक्षक संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के तहत चयन होने पर 21 जनवरी से ट्रेनिंग शुरू हुई लेकिन करीब साढ़े पांच महीने बीत चुके हैं लेकिन उन्हें मानदेय नहीं दिया जा रहा। प्रति माह 7300 रुपये मानदेय दिया जाना है और मुख्यमंत्री भी 16 जून को भुगतान के चेक बांटकर इसकी शुरुआत चुके हैं।
इसके बावजूद सीएम के जिले में ही हमारी सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 400 प्रशिक्षु शिक्षक हैं। इनमें बहुत से गैर जिलों के भी हैं। मानदेय भुगतान न होने से तंगी का सामना करना पड़ रहा है। सुनवाई न होने पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लेना पड़ा।
इसी दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद यादव ने मौके पर आकर प्रशिक्षु शिक्षकों की मांग को जायज बताया और संघ के समर्थन का एलान किया। दफ्तर में बीएसए जेपी राजपूत और बेसिक लेखाधिकारी प्रदीप कुमार यादव मौजूद नहीं थे। लेखाधिकारी से बातचीत में उन्होंने 15 जुलाई तक मानदेय भुगतान का आश्वासन दिया।
इसके बाद धरना-प्रदर्शन खत्म हो गया। प्रदर्शन में अभिषेक यादव, अनिल कुमार शिकोहाबाद, मंगल सिंह जालौन, मनीष आगरा, नवीन फिरोजाबाद, सुरेश चौधरी कानपुर आदि के प्रशिक्षु शिक्षक शामिल रहे।