जागरण संवाददाता, महराजगंज: प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षामित्र पद से
समायोजित शिक्षकों को लंबे संघर्ष के बाद एरियर का भुगतान मिलने से उनके
चेहरे खुशी से लिख उठे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर एक दूसरे को
मिठाइयां खिलाकर खुशी का इजहार किया।
दरअसल जनपद में दूसरे बैच में कुल 1156 समायोजित शिक्षक हैं। इनके एरियर का भुगतान करने के लिए बेसिक शिक्षा सचिव ने दस फरवरी तक का निर्देश दिया था। जबकि वित्त नियंत्रक ने भी दस फरवरी तक भुगतान नहीं होने की दशा में वित्त एवं लेखाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया था।
लेकिन यहां भुगतान के लिए वसूली का खेल खेला जा रहा था। जो सुविधा शुल्क दे रहा था, उसके एरियर की फाइल बढ़ रही थी, लेकिन जो सुविधा शुल्क नहीं देता, उसकी फाइल लटका दी जा रही थी। इस मुद्दे को लेकर उ.प्र. शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने विरोध भी जताया था। हद तो यह रहा है कि घूस नहीं देने पर बीएसए दफ्तर में एक शिक्षक की शुक्रवार पिटाई भी कर दी गई। इस खबर को जागरण ने घूस नहीं देने पर शिक्षक को बीएसए दफ्तर में पीटा शीर्षक से शनिवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर का असर यह रहा है कि अधिकारी हरकत में आए और आनन फानन में 1090 शिक्षकों के एरियर का भुगतान किया। वित्त एवं लेखाधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि 1081 प्रथम बैच व 9 द्वितीय बैच के शिक्षकों का भुगतान किया गया है। 22 ऐसे शिक्षकों जिनका संस्कृत व अन्य बोर्ड का है, उसका भुगतान नहीं किया गया है। इसके अलावा 53 शिक्षकों का भी एरियर रूका है, इनके से प्रत्यावेदन प्राप्त कर एरियर का भुगतान किया जायेगा।
महराजगंज: उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरिकेश पाठक ने घूस नहीं देने पर बीएसए दफ्तर में शिक्षक राकेश कुमार को पीटने के मामले में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मजिस्ट्रीयल जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबा है। बगैर सुविधा शुल्क लिए कोई कार्य नहीं होता है। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
Sponsored links :
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
दरअसल जनपद में दूसरे बैच में कुल 1156 समायोजित शिक्षक हैं। इनके एरियर का भुगतान करने के लिए बेसिक शिक्षा सचिव ने दस फरवरी तक का निर्देश दिया था। जबकि वित्त नियंत्रक ने भी दस फरवरी तक भुगतान नहीं होने की दशा में वित्त एवं लेखाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया था।
लेकिन यहां भुगतान के लिए वसूली का खेल खेला जा रहा था। जो सुविधा शुल्क दे रहा था, उसके एरियर की फाइल बढ़ रही थी, लेकिन जो सुविधा शुल्क नहीं देता, उसकी फाइल लटका दी जा रही थी। इस मुद्दे को लेकर उ.प्र. शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने विरोध भी जताया था। हद तो यह रहा है कि घूस नहीं देने पर बीएसए दफ्तर में एक शिक्षक की शुक्रवार पिटाई भी कर दी गई। इस खबर को जागरण ने घूस नहीं देने पर शिक्षक को बीएसए दफ्तर में पीटा शीर्षक से शनिवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर का असर यह रहा है कि अधिकारी हरकत में आए और आनन फानन में 1090 शिक्षकों के एरियर का भुगतान किया। वित्त एवं लेखाधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि 1081 प्रथम बैच व 9 द्वितीय बैच के शिक्षकों का भुगतान किया गया है। 22 ऐसे शिक्षकों जिनका संस्कृत व अन्य बोर्ड का है, उसका भुगतान नहीं किया गया है। इसके अलावा 53 शिक्षकों का भी एरियर रूका है, इनके से प्रत्यावेदन प्राप्त कर एरियर का भुगतान किया जायेगा।
शिक्षक को पीटने के मामले की हो जांच
महराजगंज: उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरिकेश पाठक ने घूस नहीं देने पर बीएसए दफ्तर में शिक्षक राकेश कुमार को पीटने के मामले में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मजिस्ट्रीयल जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबा है। बगैर सुविधा शुल्क लिए कोई कार्य नहीं होता है। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
Sponsored links :
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC