फर्जी टेट प्रमाण पत्र : शिक्षकों की बर्खास्तगी में नया पेंच

मैनपुरी: फर्जी टेट प्रमाण पत्र के जरिए आठ माह से नौकरी कर रहे शिक्षकों ने अपनी बर्खास्तगी रोकने को नया पेच फंसा दिया। सात शिक्षकों ने बीएसए को प्रत्यावेदन देकर टेट अंकतालिका की ऑनलाइन के बजाए ऑफलाइन जांच कराने की मांग की है।
शिक्षकों के प्रत्यावेदन के कारण मंगलवार को होने वाली बर्खास्तगी टाल दी गई है। अब फैसला दो दिन बाद होगा।
सितंबर 2015 में प्रदेश में हुई 29 हजार शिक्षकों की भर्ती में जिले में 333 शिक्षकों को नियुक्ति मिली थी। इनमें कुछ शिक्षकों के शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) के प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायत पर जांच की गई। जिसमें 11 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी मिले। इनमें चार शिक्षक ऐसे थे जिन्होंने नौकरी ज्वाइन ही नहीं की थी। इन्हें दस दिन पहले बर्खास्त कर दिया था। सात शिक्षकों को बर्खास्तगी का नोटिस दिया गया था। इन शिक्षकों को 13 जून तक अपना पक्ष रखने का समय दिया गया था। पक्ष रखने के लिए तो ये शिक्षक उपस्थित नहीं हुए, लेकिन उन्होंने बीएसए कार्यालय में एक प्रत्यावेदन सोमवार देर शाम दिया। इसमें उन्होंने अपनी टेट की अंकतालिका की जांच ऑनलाइन नहीं कराकर ऑफलाइन कराने की मांग की है। खास बात ये है कि शासन ने टेट प्रमाणपत्र वेबसाइट पर अपलोड किए हैं फिर भी शिक्षक उनका ऑफलाइन सत्यापन करना चाहते हैं। फिलहाल समिति ने मंगलवार को होने वाली वाली बर्खास्तगी टाल दी है। अब दो दिन बाद जांच करने वाली समिति इस पर फैसला लेगी।
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फर्जी दस्तावेजों के आरोपों में घिरे शिक्षकों ने ऑफलाइन सत्यापन कराने की मांग की है। जबकि इनकी ऑनलाइन अंकतालिकाएं फर्जी पाई गई हैं। दो दिन के अंदर समिति इस प्रकरण पर अंतिम निर्णय लेगी।

भारती शाक्य, प्रभारी बीएसए, मैनपुरी।
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