दोस्तों 72,825 भर्ती एक अंधेरे में फैला हुआ वो जाल है, जिसमें मंजिल पाने की उम्मीद में सिर्फ आगे बढ़ते रहो, और इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। अभी 72,825 भर्ती में इतनी अधिक सीटें बची हुईं हैं कि बार्डर पर बैठे उन तमाम मित्रो का सिलेक्शन हो जायेगा, जो नौकरी पाने की उम्मीद छोड़ चुके हैं।
आइये बताते हैं कि अभी 72,825 में क्या उम्मीदें शेष हैं।
अभी भर्ती शासनुसार 63-64 हजार के दायरे को पार की है। अभी भी 8-9 हजार पद शेष हैं।
शिक्षामित्रो के समायोजन के तहत उनकी 7200 सीट भरपूर मात्रा में मिली हैं और मिलेगीं।
यदि क्राईटेरिया नहीं हटा, तो भर्ती 68-69 हजार के ऊपर नही बढ़ेगी और अन्य तमाम वर्गों का शुद्ध दो हजार सीटों का नुकसान होगा क्योंकि क्राईटेरिया प्रभावितों (एससी,एसटी और विशेष आरक्षण जो 83 से 89 मार्क्स तक के हैं) की 4500 सीटों पर मात्र 2000 से अधिक पात्र अभ्यर्थी नहीं है, और 4500 सीटों में 2500 हजार सीटों का शुद्ध नुकसान होगा। लेकिन जहाँ तक होगा बहुत जल्द ये क्राईटेरिया हटेगा और प्रभावितों को उनका हक मिलने के साथ-साथ अन्य वर्गों का भला होगा और भर्ती अपने गंतव्य को पहुंचेगी।
72,825 भर्ती में सबसे अंत में एक पेंच और फसेगा कि भर्ती जिलेवाइज होने के कारण और काउन्सिलिंग के लिये कम समय देने से, कम मार्क्स का अभ्यर्थी जॉब पा जायेगा और अधिक अंक पाने वाला अभ्यर्थी तमाम जिलों में काउन्सिलिंग न करा पाने के कारण 72,825 भर्ती से बाहर हो जायेगा और फिर तमाम रिटें लगेंगी और कोर्ट की सुनवाई ऐसे ही बरसों चलती रहेगी।
दोस्तो अभी जो 27 जुलाई की सुनवाई में मा० दीपक मिश्रा जी ने कहा है कि वो 'अंतिम फैसला' सुनायेंगे, तो ये शब्द शिक्षामित्रो और उनके केस के लिये है न कि 72,825 के लिये।
दोस्तों, शिक्षा मित्रो के लिये यही कह सकता हूँ कि ये अभी शासन के दामाद है, इनकी इतनी जल्दी हटने की कल्पना मत करिये। इन जीवों के लिये एनसीटीई तक ने अपना काउंटर बदल दिया है मतलब सब बिके हुये हैं सपा सरकार ने अपना कार्य पूर्ण शिद्दत से निभाया है इनके लिये।।
दोस्तो, आज मैं जब चयनित हो गया हूँ तो ये अहसास हो चुका है कि कोई भी चयनित, अचयनितों की लड़ाई नहीं लड़ सकता,, अचयनितों को अपना संघर्ष स्वयं करना पड़ेगा क्योंकि संघर्ष अभी लंबा है। इसीलिये अपने स़घर्ष को अथक जारी रखिये, सफलता अवश्य मिलेगी।
समयाभाव की वजह से पोस्ट ज्यादा डिटेल में नहीं लिख सकता हूँ, सार आप निकाल लीजिये!!
धन्यवाद!!
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
आइये बताते हैं कि अभी 72,825 में क्या उम्मीदें शेष हैं।
अभी भर्ती शासनुसार 63-64 हजार के दायरे को पार की है। अभी भी 8-9 हजार पद शेष हैं।
शिक्षामित्रो के समायोजन के तहत उनकी 7200 सीट भरपूर मात्रा में मिली हैं और मिलेगीं।
यदि क्राईटेरिया नहीं हटा, तो भर्ती 68-69 हजार के ऊपर नही बढ़ेगी और अन्य तमाम वर्गों का शुद्ध दो हजार सीटों का नुकसान होगा क्योंकि क्राईटेरिया प्रभावितों (एससी,एसटी और विशेष आरक्षण जो 83 से 89 मार्क्स तक के हैं) की 4500 सीटों पर मात्र 2000 से अधिक पात्र अभ्यर्थी नहीं है, और 4500 सीटों में 2500 हजार सीटों का शुद्ध नुकसान होगा। लेकिन जहाँ तक होगा बहुत जल्द ये क्राईटेरिया हटेगा और प्रभावितों को उनका हक मिलने के साथ-साथ अन्य वर्गों का भला होगा और भर्ती अपने गंतव्य को पहुंचेगी।
72,825 भर्ती में सबसे अंत में एक पेंच और फसेगा कि भर्ती जिलेवाइज होने के कारण और काउन्सिलिंग के लिये कम समय देने से, कम मार्क्स का अभ्यर्थी जॉब पा जायेगा और अधिक अंक पाने वाला अभ्यर्थी तमाम जिलों में काउन्सिलिंग न करा पाने के कारण 72,825 भर्ती से बाहर हो जायेगा और फिर तमाम रिटें लगेंगी और कोर्ट की सुनवाई ऐसे ही बरसों चलती रहेगी।
दोस्तो अभी जो 27 जुलाई की सुनवाई में मा० दीपक मिश्रा जी ने कहा है कि वो 'अंतिम फैसला' सुनायेंगे, तो ये शब्द शिक्षामित्रो और उनके केस के लिये है न कि 72,825 के लिये।
दोस्तों, शिक्षा मित्रो के लिये यही कह सकता हूँ कि ये अभी शासन के दामाद है, इनकी इतनी जल्दी हटने की कल्पना मत करिये। इन जीवों के लिये एनसीटीई तक ने अपना काउंटर बदल दिया है मतलब सब बिके हुये हैं सपा सरकार ने अपना कार्य पूर्ण शिद्दत से निभाया है इनके लिये।।
दोस्तो, आज मैं जब चयनित हो गया हूँ तो ये अहसास हो चुका है कि कोई भी चयनित, अचयनितों की लड़ाई नहीं लड़ सकता,, अचयनितों को अपना संघर्ष स्वयं करना पड़ेगा क्योंकि संघर्ष अभी लंबा है। इसीलिये अपने स़घर्ष को अथक जारी रखिये, सफलता अवश्य मिलेगी।
समयाभाव की वजह से पोस्ट ज्यादा डिटेल में नहीं लिख सकता हूँ, सार आप निकाल लीजिये!!
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