प्रेम प्रसंग में भागी थी शाश्वती, दोस्तों के साथ रची थी साजिश, MBBS की छात्रा का अपहरण, 70 लाख फिरौती की मांग

पुलिस लाइन के पास शुक्रवार की शाम अपहृत मेडिकल की छात्रा शाश्वती के अपहरण और फिरौती की घटना उसके दोस्तों ने ही रची थी। पूरी घटना की पटकथा पहले से तैयार थी। इसी के तहत शाश्वती और उसके दोस्त डॉ. केतन और डॉ. मणिकांत गुरुवार को साथ ही एक ही ट्रेन से भागलपुर आए थे।
यह खुलास रविवार को भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने किया। एसएसपी ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि शाश्वती ने अपने अपहरण और फिरौती की साजिश पहले ही रच ली थी। गुरुवार को भागलपुर आने के बाद शाश्वती के दोस्तों ने कचहरी चौक स्थित होटल में कमरा बुक कराया था।
 शुक्रवार की शाम शाश्वती अपने दोनों दोस्तों के साथ भागलपुर से बाहर निकल गई। फिर रात करीब साढ़े दस बजे शाश्वती के दोस्त डॉ. केतन ने ही फिरौती के लिए शाश्वती के भाई के मोबाइल पर कॉल किया था। शाश्वती के गायब होने के बाद पुलिस ने सोशल मीडिया और अन्य सूत्रों से डॉ. केतन और शाश्वती की नजदीकियों के बारे मे पता किया। फिर पुलिस ने केतन का फोन सर्विलांस पर रखा और मामले का खुलासा हुआ।

पुलिस ने बताया कि डॉ. केतन और उसके परिजन पुलिस के संपर्क में हैं। शाश्वती सुरक्षित है और डॉ. केतन ने अपनी गलती कबूल कर ली है। डॉ. केतन दिल्ली के तिलक नगर स्थित रेड रोज हॉस्पिटल में कार्यरत है जबकि डॉ. मणिकांत दिल्ली के ही राव तुलाराम अस्पताल में कार्यरत है।

26 वर्षीय शाश्वती आर्यभट्ट पब्लिक स्कूल के संचालक और टीएनबी लॉ कॉलेज के प्रोफेसर अजय कुमार्र ंसह की बेटी है। वह कर्नाटक के बेलगाम में जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से सर्जरी में पीजी कर रही है।
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