सुप्रीमकोर्ट की सुनवाई का आंखों देखा हाल वृजेन्द्र कश्यप ली कलम से

मित्रो कोर्ट 11बजकर 15 मिनट पर बैठी थी कोर्ट बैठते ही सरकार और परिषद के वकील राकेश खन्ना जी और दिनेश द्विवेदी जी ने केस अडजॉर्न करने की प्रेयर की जिसे जस्टिस ने खारिज कर कर दिया फिर सरकारी
वकील कोर्ट से बाहर चले गए फिर 5 मिनट में 10 नम्बर आया तभी फिर सरकारी वकील आये और बोलते उससे पहले टेट के एक वकील ने पिछले आदेश को पालन कराने को बोला फिर शिक्षामित्रों की तरफ से एडवोकेट महालक्षमी पावनी जी ने केस को अलग अलग बताते हुए डीटैग करने का प्रयास किया उसके बाद थोड़ा शोर होने लगा कोई समर वैकेशन के बाद केस लगाने को बोलना लगा तो जस्टिस गोयल ने 26 अप्रैल डेट लगा दी उसके बाद सिंघवी सर कुछ बोले तो जस्टिस गोयल ने हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार केसों को अलग अलग करने को बोला तो सम्भवतः डेट 26 अप्रैल हो सकती है या बढ़ भी सकती है सम्भवना है कि अब प्राइमरी ,जूनियर और बीटीसी, शिक्षामित्र मामले अलग लगे क्योंकि ये तीनो आदेश अलग अलग आये है आपका भाई वृजेन्द्र कश्यप
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