शिक्षामित्र समायोजन के मुकदमें के अंतिम बहस के बाद , स्वयं का विचार निम्नवत हो सकता है....

*शिक्षामित्र समायोजन के मुकदमें के अंतिम बहस के बाद , स्वयं का विचार निम्नवत हो सकता है*..:-
*कोर्ट का ऑर्डर जुलाई तक आने की प्रबल सम्भावना*...
1 *कोर्ट  शिक्षा मित्र प्रकरण पर सकारात्मक है*...

2 *राम जेठमलानी जी के बहस से, शिक्षामित्रों के प्रारंभिक चयन को कोर्ट के द्वारा सही माना जाना चुका है।
3 उमा देवी प्रकरण , आरक्षण आदि के मामले में कोर्ट का शिक्षामित्र के पक्ष से संतुष्ट है।
4 ट्रेनिंग पर ncte द्वारा 124000 तथा भूपेन्द्र नाथ त्रिपाठी के आधार पर कोर्ट सन्तुष्ट है।
5 शिक्षामित्र को शिक्षण कार्य करने वाले अप्रशिक्षित शिक्षाकर्मी के रूप में संतुष्ट होना
6 *टेट शिक्षामित्रों के लिए आवश्यक है या नही इसी एक बिन्दु पर कोर्ट को दृष्टिकोण मे दुविधा था*
       *बिन्दु 6 पर ही दुविधा है*
*अब बहस हो चुकी हैं, इलाहाबाद हाई कोर्ट में समायोजन रद्द होने के,कई कारण थे।अब  शिक्षामित्रों के सीनियर वकीलों NCTE और राज्य सरकार के दमदार काउंटर और बहस के कारण सभी बिन्दुओं पर जवाब दिये जा चुके हैं,इसलिये इलाहाबाद हाइकोर्ट का निर्णय बदला जाना सुनिश्चित है ।
*केवल एक मुद्दा शेष है.. टेट*
*कोर्ट अधिकतम सभी का समायोजन बहाल करते हुये, टेट पास करने के लिए, समय निर्धारित कर सकता है या वेतन वृद्धि-प्रमोशन आदि पर टेट पास करने तक रोक लगा सकता हैं* ।
       *परन्तु समायोजन बरकरार रहेगा*
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*प्रदीप पाल*
*जिला मीडिया प्रभारी*
*जिला संगठन ASSWA इलाहाबाद*
(उक्त मेरा, स्वयं का विचार हैं.. जो परिवर्तनशील होगा)
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