2013 बैच आप चैन की सांस लीजिये, ज्ञान सिंह द्वारा 2012 और 2013 बैच हेतु ग्रेडिंग पर केस का सार अपलोड हो चुका है। मुख्य बिंदु निम्न प्रकार हैं

2013 बैच आप चैन की सांस लीजिये।
ज्ञान सिंह द्वारा 2012 और 2013 बैच हेतु ग्रेडिंग पर केस का सार अपलोड हो चुका है।
मुख्य बिंदु निम्न प्रकार हैं जिसमें कुछ पुरानी गलत खबरों का भी खण्डन किया गया है। -
1. 2013 बैच के हारने जैसा आर्डर में कुछ भी नहीं है जो अफवाह फैलाई जा रही थी।
2. कोर्ट ने स्पष्ट रूप से विभाग एवं सिस्टम को स्पष्ट रूप से ग्रेड और श्रेणी को निर्धारित ना करने के लिए सिस्टम को दोषी ठहराया है।
3. कोर्ट ने भर्ती पर तब तक रोक लगा दी है जब तक कि SCERT एवं परीक्षा नियामक प्राधिकारी अपनी रिपोर्ट में अपने मानक समान एवं दुरुस्त करके अपनी चयन प्रक्रिया दोबारा प्रारम्भ नहीं करते।
4. सारी अफवाहों का खण्डन हुआ जिसमें कहा गया था कि 2013 बैच को कोर्ट ने ग्रेड के अनुसार गुणांक देने को कहा है।
5. सारा जिम्मा और ठीकरा कोर्ट ने विभाग के सर फोड़ा है तथा 2013 बैच के बैच के बच्चों के साथ अलग व्यवहार की बात आर्डर में कहीं नहीं कही गयी है।
मेरा विश्लेषण -
केवल एक चीज़ जो खरे सबसे बेहतर अपने क्लाइंट के लिए कर सकते थे, वो था स्टे लगवाना जो कि वो लगवा चुके और वो जानते हैं कि scErt अपनी रिपोर्ट जल्दी सबमिट करने से रहा।
अब बस एक बिंदु पर विभाग फंस रहा है और वो है हर बैच के लिए फेल प्रतिशत अलग होना, जो विभाग को परेशान करेगा।
अंत में नयी चयन लिस्ट वर्तमान लिस्ट से भिन्न नहीं होगी, ऐसा मेरा विचार है, क्योंकि कोर्ट ने कहीं भी 2013 बैच को अलग से या कम गुणांक देने का निर्देश नहीं दिया है।
जब बात समान मानक लाने की होगी, तो साफ है कि 2013 बैच का अहित होना लगभग असंभव है। क्योंकि किसी भी अनियमितता पर कोर्ट का रास्ता 2013 बैच हेतु भी खुला होगा और अंत में मानक समान ही पाये जाएंगे
2013 बैच चैन की सांस ले सकता हैc/p।
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