उन्नाव. बेसिक शिक्षकों (Basic Shikshak) ने जनपद में चल रहे समायोजन को दोषपूर्ण बताया। शिक्षकों का कहना है कि समायोजन का आधार 30 अप्रैल 2017 की छात्र संख्या माना जा रहा है।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया है। अपने 7 सूत्री ज्ञापन में शिक्षामित्रों से समायोजित (Shiksha Mitra Samayojan) शिक्षकों को सम्मानित पद पर तत्काल समायोजित किए जाने की मांग की है। वहीं जिलाधिकारी की जगह एडी बेसिक को समिति का अध्यक्ष बनाने की मांग भी उठाई गई।
वहीं शिक्षक संघ ने अपने ज्ञापन में कहा है कि जिलाधिकारी के माध्यम से विगत 30 जून को पत्र दिया गया था। परंतु उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने समायोजन नीति को निरस्त कर पूर्व में प्रेषित 19 सूत्रीय मांगपत्र की समस्याओं का निस्तारण करने की मांग की है। इस मौके पर उमेशचंद्र मिश्रा, अनूप शुक्ला, अजय कुमार यादव, राजेश कटियार, रामेश्वर सिंह सहित अन्य कई संघ के पदाधिकारी व शिक्षकगण मौजूद थे।
शिक्षक संघ के महामंत्री अनुपम मिश्रा ने संगठन की मांगों के सम्बंध में इन बिन्दुओं को प्रमुखता से उठाया।
1. जनपद में समायोजन से पूर्व पदोन्नति किया जाए।
2. समायोजन से पूर्व अंतर्जनपदीय स्थानांतरण किए जाए।
3. 30 सितंबर या 31 जुलाई की छात्र संख्या को आधार मानकर पद सृजन कर समायोजन किया जाए।
4. अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के संबंध में विगत 26 मई को बेसिक शिक्षा परिषद की बैठक में संघ द्वारा रखे गए प्रस्ताव 3 वर्ष के कार्यकाल को लागू किया जाए। 5 वर्ष के कार्यकाल के प्रतिबंध को समाप्त कर दिया जाए।
5. एक महत्वपूर्ण मांग में शिक्षक संघ ने कहा है कि बेसिक शिक्षा परिषद में पारित प्रस्ताव मैं जिला अधिकारी के स्थान पर एडी बेसिक को समायोजन, स्थानांतरण व पदोन्नति में समिति का अध्यक्ष बनाया जाए।
6. जूनियर हाईस्कूल में नियुक्त अनुदेशको के लिए 100 छात्रों की बाध्यता को समाप्त किया जाए और इनका स्वत: नवीनीकरण व भारत सरकार के द्वारा बढ़ा मानदेय 17000 रुपए का आदेश निर्गत किया जाए।
7. शिक्षामित्रों से समायोजित शिक्षकों को सम्मानित पद पर तत्काल समायोजित किए जाए।
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इस मौके पर उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया है। अपने 7 सूत्री ज्ञापन में शिक्षामित्रों से समायोजित (Shiksha Mitra Samayojan) शिक्षकों को सम्मानित पद पर तत्काल समायोजित किए जाने की मांग की है। वहीं जिलाधिकारी की जगह एडी बेसिक को समिति का अध्यक्ष बनाने की मांग भी उठाई गई।
वहीं शिक्षक संघ ने अपने ज्ञापन में कहा है कि जिलाधिकारी के माध्यम से विगत 30 जून को पत्र दिया गया था। परंतु उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने समायोजन नीति को निरस्त कर पूर्व में प्रेषित 19 सूत्रीय मांगपत्र की समस्याओं का निस्तारण करने की मांग की है। इस मौके पर उमेशचंद्र मिश्रा, अनूप शुक्ला, अजय कुमार यादव, राजेश कटियार, रामेश्वर सिंह सहित अन्य कई संघ के पदाधिकारी व शिक्षकगण मौजूद थे।
शिक्षक संघ के महामंत्री अनुपम मिश्रा ने संगठन की मांगों के सम्बंध में इन बिन्दुओं को प्रमुखता से उठाया।
1. जनपद में समायोजन से पूर्व पदोन्नति किया जाए।
2. समायोजन से पूर्व अंतर्जनपदीय स्थानांतरण किए जाए।
3. 30 सितंबर या 31 जुलाई की छात्र संख्या को आधार मानकर पद सृजन कर समायोजन किया जाए।
4. अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के संबंध में विगत 26 मई को बेसिक शिक्षा परिषद की बैठक में संघ द्वारा रखे गए प्रस्ताव 3 वर्ष के कार्यकाल को लागू किया जाए। 5 वर्ष के कार्यकाल के प्रतिबंध को समाप्त कर दिया जाए।
5. एक महत्वपूर्ण मांग में शिक्षक संघ ने कहा है कि बेसिक शिक्षा परिषद में पारित प्रस्ताव मैं जिला अधिकारी के स्थान पर एडी बेसिक को समायोजन, स्थानांतरण व पदोन्नति में समिति का अध्यक्ष बनाया जाए।
6. जूनियर हाईस्कूल में नियुक्त अनुदेशको के लिए 100 छात्रों की बाध्यता को समाप्त किया जाए और इनका स्वत: नवीनीकरण व भारत सरकार के द्वारा बढ़ा मानदेय 17000 रुपए का आदेश निर्गत किया जाए।
7. शिक्षामित्रों से समायोजित शिक्षकों को सम्मानित पद पर तत्काल समायोजित किए जाए।
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