UPTET : अब हमें भी शिक्षामित्रों की तरह टेट-अकेडमिक के गिले-शिकवे भुला कर एक मंच पर आना होगा : वृजेन्द्र कश्यप

शुभ संध्या
मुझसे धरने को लेकर तमाम साथी मैसेज और फोन से पूछ रहे है तो मै सिर्फ इतना बोलना चाहूँगा कि नये ऐड के लिए अगर कोई सकारात्मक कोशिश होती है तो मै हमेशा साथ हूँ क्योंकि हमारा मन्तव्य नये ऐड की बहाली का रहा है
लेकिन मेरा मानना है कि कोर्ट में हर व्यक्ति अपने मुद्दे पर लड़ने को स्वतंत्र है
लेकिन सरकार से सबको एक साथ मिल कर लड़ना चाहिए था भले आप कोर्ट में याची राहत या समायोजन या नये ऐड या ओल्ड ऐड के लिए लड़े हो
मेरी कोशिश थी कि प्रदेश के सभी नेतृत्वकर्ताओं को एक मंच पर लाकर (भले वह अब तक किसी मुद्दे पर लड़े हो) एक समन्वय समिति बनाई जाए जिसके संयुक्त प्रयास से एक बैनर तले धरना आयोजित किया जाता और एक संयुक्त मांग पत्र बनाया जाता जिस पर सरकार पर दबाब बनाया जाता
आज की डेट में नया ऐड सबसे बड़ा मुद्दा है ,लेकिन अगर हम लोग भी 10 तरीके की मांग करेगे तो सरकार पर सही दबाब भी नही बन पायेगा और और शासन को आपसी फूट का फायदा मिल जायेगा
इसलिए एक मंच एक मांग पत्र होना अति-आवश्यक है
सभी नेतृत्व कर्ताओं को एक मंच पर आकर समस्त 2011 टेट पास अभ्यर्थियो की लड़ाई लड़नी चाहिए
क्योंकि इस संघर्ष में योगदान सभी ने दिया भले वह टेट मेरिट सपोर्टर हो या अकेडमिक हो
अब हमें भी शिक्षामित्रों की तरह टेट-अकेडमिक के गिले-शिकवे भुला कर एक मंच पर आना होगा
इस संदर्भ में आप सभी के विचार आमंत्रित है
बाकि कोर्ट में सभी अपने तरीके से लड़ने को स्वतन्त्र है
जय महाकाल
आपका भाई
वृजेन्द्र कश्यप
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