शुभ संध्या
मुझसे धरने को लेकर तमाम साथी मैसेज और फोन से पूछ रहे है तो मै सिर्फ इतना बोलना चाहूँगा कि नये ऐड के लिए अगर कोई सकारात्मक कोशिश होती है तो मै हमेशा साथ हूँ क्योंकि हमारा मन्तव्य नये ऐड की बहाली का रहा है
लेकिन सरकार से सबको एक साथ मिल कर लड़ना चाहिए था भले आप कोर्ट में याची राहत या समायोजन या नये ऐड या ओल्ड ऐड के लिए लड़े हो
मेरी कोशिश थी कि प्रदेश के सभी नेतृत्वकर्ताओं को एक मंच पर लाकर (भले वह अब तक किसी मुद्दे पर लड़े हो) एक समन्वय समिति बनाई जाए जिसके संयुक्त प्रयास से एक बैनर तले धरना आयोजित किया जाता और एक संयुक्त मांग पत्र बनाया जाता जिस पर सरकार पर दबाब बनाया जाता
आज की डेट में नया ऐड सबसे बड़ा मुद्दा है ,लेकिन अगर हम लोग भी 10 तरीके की मांग करेगे तो सरकार पर सही दबाब भी नही बन पायेगा और और शासन को आपसी फूट का फायदा मिल जायेगा
इसलिए एक मंच एक मांग पत्र होना अति-आवश्यक है
सभी नेतृत्व कर्ताओं को एक मंच पर आकर समस्त 2011 टेट पास अभ्यर्थियो की लड़ाई लड़नी चाहिए
क्योंकि इस संघर्ष में योगदान सभी ने दिया भले वह टेट मेरिट सपोर्टर हो या अकेडमिक हो
अब हमें भी शिक्षामित्रों की तरह टेट-अकेडमिक के गिले-शिकवे भुला कर एक मंच पर आना होगा
इस संदर्भ में आप सभी के विचार आमंत्रित है
बाकि कोर्ट में सभी अपने तरीके से लड़ने को स्वतन्त्र है
जय महाकाल
आपका भाई
वृजेन्द्र कश्यप
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
मुझसे धरने को लेकर तमाम साथी मैसेज और फोन से पूछ रहे है तो मै सिर्फ इतना बोलना चाहूँगा कि नये ऐड के लिए अगर कोई सकारात्मक कोशिश होती है तो मै हमेशा साथ हूँ क्योंकि हमारा मन्तव्य नये ऐड की बहाली का रहा है
- शिक्षामित्रों ने सांसद को सौंपा ज्ञापन, 25 शिक्षामित्रों की अब तक सदमें से हो चुकी मौत
- शिक्षामित्रों की नियुक्ति एक जुगाड़ था, जो नहीं चला: डॉ. एसबी मिश्रा प्रधान सम्पादक की कलम से
- टीम संघ सुप्रीम कोर्ट एक्सलूसिव अपडेट जजमेंट 25 जुलाई 2017 समीक्षा: ओम नारायण तिवारी
- क्या कर सकती है सरकार शिक्षामित्रों के लिए: पढ़ें एक नजर में
- शिक्षा मित्र व्यवस्था अब सिर्फ 2 साल या थोड़ा और (छोटी अवधि ) की.........देखें सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर
- शिक्षामित्र पर सुप्रीमकोर्ट के ऑर्डर की सरल व्याख्या हिंदी में: पढ़े कुलदीप सिंह की कलम से
लेकिन सरकार से सबको एक साथ मिल कर लड़ना चाहिए था भले आप कोर्ट में याची राहत या समायोजन या नये ऐड या ओल्ड ऐड के लिए लड़े हो
मेरी कोशिश थी कि प्रदेश के सभी नेतृत्वकर्ताओं को एक मंच पर लाकर (भले वह अब तक किसी मुद्दे पर लड़े हो) एक समन्वय समिति बनाई जाए जिसके संयुक्त प्रयास से एक बैनर तले धरना आयोजित किया जाता और एक संयुक्त मांग पत्र बनाया जाता जिस पर सरकार पर दबाब बनाया जाता
आज की डेट में नया ऐड सबसे बड़ा मुद्दा है ,लेकिन अगर हम लोग भी 10 तरीके की मांग करेगे तो सरकार पर सही दबाब भी नही बन पायेगा और और शासन को आपसी फूट का फायदा मिल जायेगा
इसलिए एक मंच एक मांग पत्र होना अति-आवश्यक है
सभी नेतृत्व कर्ताओं को एक मंच पर आकर समस्त 2011 टेट पास अभ्यर्थियो की लड़ाई लड़नी चाहिए
क्योंकि इस संघर्ष में योगदान सभी ने दिया भले वह टेट मेरिट सपोर्टर हो या अकेडमिक हो
अब हमें भी शिक्षामित्रों की तरह टेट-अकेडमिक के गिले-शिकवे भुला कर एक मंच पर आना होगा
इस संदर्भ में आप सभी के विचार आमंत्रित है
बाकि कोर्ट में सभी अपने तरीके से लड़ने को स्वतन्त्र है
जय महाकाल
आपका भाई
वृजेन्द्र कश्यप
- मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के बाद गाजी और शाही का बयान
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हस्ताक्षर को लेकर प्रधानाध्यापक परेशान: विभागीय दिशा निर्देशों के अभाव में शिक्षकों में उहा पोह
- समायोजन रद्द के बाद शिक्षामित्र पद रजिस्टर में लिखने वाला BEO का आदेश हुआ तत्काल प्रभाव निरस्त
- शिक्षामित्रों के मानदेय के संबंध में लीगल नोटिस
- योग्य सभी TET Pass BEd को तत्काल नियुक्ति दे योगी सरकार - मयंक तिवारी
- टीईटी मेरिट क्यों हारी ? जो होता है अच्छे के लिए होता है और हुआ भी : हिमांशु राणा
- सुप्रीम कोर्ट ने जिस गेंद पर क्लीन बोल्ड किया शिक्षामित्रों को , दरअसल वो गेंद नोबॉल निकली
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines