ब्यूरो, अमर उजाला, अलीगढ़। जिले में करीब दो सौ शिक्षामित्रों के
सामने अजीब संकट खड़ा हो गया है। इन शिक्षामित्रोें के मूल शैक्षिक
प्रमाणपत्र ढाई साल पहले आग में जल चुके हैं ।
ऐसे में यदि समय रहते इन्हें प्रमाणपत्र न मिलने तो यह 15 अक्तूबर को होने वाली परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।
इस समस्या को लेकर शिक्षामित्र यहां बीएसए से मिले तो उन्होंने यह सुझाव दिया कि वह डायट जाकर अपने प्रमाण पत्रों की कॉपियां ले लें। आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षामित्र एसोसिएशन अब इस समस्या को लेकर सोमवार को डायट प्राचार्य से मिलेंगे।
करीब ढाई साल पहले बीएसए ऑफिस में रहस्यमय ढंग से आग लग गई थी। आग में काफी अहम प्रमाणपत्र भी जल गए थे। इस मामले में पुलिस ने जांच-पड़ताल भी की थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला था। उस समय यह चर्चा भी रही थी कि आग जानबूझकर कुछ दस्तावेजों को जलाने के लिए लगाई गई है। इस आग में करीब दो सौ शिक्षामित्रों के मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र भी जलकर राख हो गए थे।
अब इन शिक्षामित्रों को 15 अक्तूबर को टैट की परीक्षा में शामिल होना है। ऐसे में यदि मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र न मिले तो यह परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे। इस समस्या को लेकर आदर्श शिक्षक/शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी बीएसए से मिले तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनके स्तर से यह समस्या नहीं सुलझाई जा सकती। वह डायट के प्राचार्य के मिलकर वहां से प्रमाण पत्र ले लें।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा का कहना है कि वह इस समस्या को लेकर सोमवार को डायट प्राचार्य से मिलेंगे और यदि शिक्षामित्र परीक्षा से वंचित रहा तो इसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी। प्रतिनिधिमंडल में राजवीर सिंह, प्रेमपाल सिंह आर्य, अमित कुमार, संतोष गौड़ आदि शामिल थे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
ऐसे में यदि समय रहते इन्हें प्रमाणपत्र न मिलने तो यह 15 अक्तूबर को होने वाली परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।
इस समस्या को लेकर शिक्षामित्र यहां बीएसए से मिले तो उन्होंने यह सुझाव दिया कि वह डायट जाकर अपने प्रमाण पत्रों की कॉपियां ले लें। आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षामित्र एसोसिएशन अब इस समस्या को लेकर सोमवार को डायट प्राचार्य से मिलेंगे।
करीब ढाई साल पहले बीएसए ऑफिस में रहस्यमय ढंग से आग लग गई थी। आग में काफी अहम प्रमाणपत्र भी जल गए थे। इस मामले में पुलिस ने जांच-पड़ताल भी की थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला था। उस समय यह चर्चा भी रही थी कि आग जानबूझकर कुछ दस्तावेजों को जलाने के लिए लगाई गई है। इस आग में करीब दो सौ शिक्षामित्रों के मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र भी जलकर राख हो गए थे।
अब इन शिक्षामित्रों को 15 अक्तूबर को टैट की परीक्षा में शामिल होना है। ऐसे में यदि मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र न मिले तो यह परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे। इस समस्या को लेकर आदर्श शिक्षक/शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी बीएसए से मिले तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनके स्तर से यह समस्या नहीं सुलझाई जा सकती। वह डायट के प्राचार्य के मिलकर वहां से प्रमाण पत्र ले लें।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा का कहना है कि वह इस समस्या को लेकर सोमवार को डायट प्राचार्य से मिलेंगे और यदि शिक्षामित्र परीक्षा से वंचित रहा तो इसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी। प्रतिनिधिमंडल में राजवीर सिंह, प्रेमपाल सिंह आर्य, अमित कुमार, संतोष गौड़ आदि शामिल थे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
No comments:
Post a Comment