इलाहाबाद : प्राथमिक स्कूलों में शिक्षामित्रों से विकल्प लेकर भेजने का
कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है, वहीं जिले के अंदर शिक्षकों के समायोजन व
स्थानांतरण की प्रक्रिया अधर में है। बेसिक शिक्षा अधिकारी छात्र संख्या
के आधार पर हुए पदस्थापन के आधार पर सूची बनाने में ही व्यस्त हैं।
दोनों
कार्य एक सप्ताह में पूरे हो पाने के आसार हैं। शासन ने शिक्षामित्रों को
मूल स्कूलों में भेजने के लिए विकल्प लिए जाने का निर्देश और जिले के अंदर
समायोजन करने आदेश दो दिन के अंतराल पर किया था। दोनों कार्य पांच अगस्त तक
पूरा करने के निर्देश थे। जिले के अफसरों का कहना है कि तीन अगस्त को
पदस्थापन का आदेश मिलने के बाद कार्य आगे बढ़ा पर पूरा करने में वक्त
लगेगा। बीएसए कार्यालय का स्टॉफ सूची बनाने में जुटा है। शिक्षक एकल
स्कूलों में न जाने के लिए जोर लगा रहे हैं। शिक्षामित्रों को मूल स्कूल
भेजने में भी दिक्कत हो रही है। यही नहीं बेसिक शिक्षा परिषद सचिव ने पिछले
दिनों आदेश दिया था कि शिक्षामित्रों की तैनाती में स्कूल शिक्षक विहीन
नहीं होना चाहिए। कम से कम एक शिक्षक जरूर तैनात रहे। परिषद ने
शिक्षामित्रों की तैनाती में वहां के शिक्षकों को अन्यत्र स्थानांतरित करने
के आदेश में संशोधन का प्रस्ताव दिया है, क्योंकि जिलों में उसकी गलत
व्याख्या हो रही है, अफसर यही मान रहे हैं कि शिक्षामित्रों को संबंधित
स्कूल में तैनात करना है। विद्यालयों के शिक्षक विहीन होने के आसार हैं।
इसी को लेकर परिषद ने सुझाव भेजा है।
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