ज्ञानपुर। आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले
शिक्षामित्रों ने कलेक्ट्रेट पर सोमवार को अपने हक के लिए आवाज बुलंद की।
जिलाध्यक्ष क्रांतिमान शुक्ला ने कहा कि 17 वर्षों से कार्यरत सूबे के 1.70
लाख शिक्षामित्रों में 1.35 शिक्षक बन गए थे।
कोर्ट के फैसले के बाद
शिक्षामित्र बेरोजगार हो गए हैं। अब उनके सामने परिवार के भरण पोषण की
समस्या उत्पन्न हो गई है। सांसदों ने सभी शिक्षामित्रों के समर्थन में सीएम
को पत्र लिखा। केंद्र सरकार न्यूनतम मजदूरी 24 हजार का लागू किया, लेकिन
उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा
गया। इसमें शिक्षामित्रों ने समान कार्य, समान वेतन नियमावली बनाने,
समायोजित मृत शिक्षकों के परिवार के सदस्य को नौकरी और जेल में निरुद्ध
शिक्षामित्रों के ऊपर लगे फर्जी केस वापस लेने की मांग की गई। इस मौके पर
कमलेश दूबे, रवि उपाध्याय, आनंद मिश्रा, विनोद मिश्रा, नागेंद्र तिवारी,
विरेंद्र मिश्रा, पिंकी सिंह, सीता मौर्य, विभा देवी, संगीता, अनुज शुक्ला
आदि रहे।
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