गजब.. नो-क्वालीफाइड भी शिक्षक बनने की दौड़ में

 अलीगढ़ : प्रदेशभर में हुई 68500 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में कॉपी बदलने, फेल को पास करने आदि प्रकरण सामने आए हैं। शासन स्तर से इनकी जांच भी चल रही है। ऐसा ही प्रकरण अलीगढ़ का भी सामने आया है।
विभागीय अफसरों के अनुसार अलीगढ़ की अभ्यर्थी सीमा अकाली सिंह का नाम नॉट क्वालीफाइड लिस्ट में शामिल है। फिर भी शासन से उनका नाम शिक्षक भर्ती की लिस्ट में शामिल था। उनकी काउंसिलिंग भी हुई और अकराबाद का प्राइमरी स्कूल भी आवंटित हो गया। चार सितंबर को शासन ने नॉट क्वालीफाइड लिस्ट में शामिल अभ्यर्थियों की सूची भेजी। तब तक स्कूल आवंटित हो चुके थे। पांच सितंबर को नियुक्ति पत्र जारी किए गए। उसमें सीमा का नाम भी था। मगर, 180 और एडिश्नल के 40 फीसद मिलाकर कुल पूर्णाक में अभ्यर्थी के मात्र 42 नंबर ही हैं। शासन से जारी सूची में उसके नाम के आगे नॉट क्वालीफाइड अंकित किया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब अभ्यर्थी क्वालीफाइड नहीं थी तो उसका नाम शासन से जारी लिस्ट में कैसे आया? नंबरों में हेर-फेर कहां की गई? इन सवालों के जवाब जांच के बाद ही सामने आएंगे। बीएसए डॉ. एलके पांडेय ने कहा कि, गुरुवार सुबह ही अभ्यर्थी कार्यालय आई थी, उसका नियुक्ति पत्र रोक दिया है। सभी एबीएसए को पत्र जारी कराया है कि स्कूल में ज्वॉइनिंग से पहले एक बार फिर सभी के प्रपत्र जांच लिए जाएं ताकि कोई गड़बड़ी न हो।

एक साथ दो कोर्स करने वाले हो सकते हैं बाहर
एक ही साल में दो कोर्स करने वाले अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने की दौड़ से बाहर किया जा सकता है। फिलहाल अभी उनके नियुक्ति पत्र जारी करने पर रोक लगाई गई है। इनकी काउंसिलिंग भी हुई और स्कूल भी आवंटित हुए लेकिन नियुक्ति पत्र नहीं मिले। ये वो अभ्यर्थी हैं जिन्होंने एक ही साल दो-दो कोर्स की पढ़ाई के लिए आवेदन कर रखा है। जैसे एक ही वर्ष में स्नातक व डीएड, स्नातक व बीएड, स्नातक व टीईटी, स्नातक व एलिमेंट्री टीचर्स एजुकेशन इत्यादि।

इनको मिलाकर 44 अभ्यर्थियों की सूची में वो नाम भी हैं, जिनके अंकों में भिन्नता है। ऐसी स्थिति में इनके नियुक्ति पत्र रोककर शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है। ऐसे कुछ अभ्यर्थियों ने तर्क रखा कि एक वर्ष में एक रेग्युलर व एक दूरस्थ शिक्षा का कोर्स कर सकते हैं, इसकी मान्यता है। बीएसए ने बताया कि एक ही साल में दो कोर्स करने वालों के नियुक्ति पत्र रोके गए हैं। शासन से आदेश आने तक इनको नियुक्ति पत्र जारी नहीं होंगे।