टीईटी की वेबसाइट ठप, डेढ़ लाख छात्रों के फार्म अटके

मेरठ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) की वेबसाइट ठप होने की वजह से सीसीएसयू के नौ जिलों के डेढ़ लाख स्टूडेंट्स मुसीबत में आ गए हैं। बृहस्पतिवार को ऑनलाइन फार्म भरने की अंतिम तिथि है।
ऐसे में अगर तिथि नहीं बढ़ाई गई तो ये स्टूडेंट्स आने वाली शिक्षक भर्ती में भाग लेने से वंचित रह जाएंगे। एकतरफ स्टूडेंट्स को फार्म भरने में इतनी दिक्कतें हो रही हैं। वहीं उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।
यूपी टीईटी के फॉर्म 18 सितंबर से भरने शुरू हुए थे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से शुरुआत में पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और पेनकार्ड मान्य किया था। जिसके कारण बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के फार्म नहीं भरे जा सके थे। इसके बाद वोटर आईडी का भी विकल्प दिया गया था। लेकिन इसके बाद से फॉर्म भरने में लगातार परेशानी होने लगी। पिछले 10 दिन से वेबसाइट बिल्कुल काम नहीं कर रही थी। जिसकी वजह से अभ्यर्थियों का फार्म कंप्लीट नहीं हो पाया। किसी ने फीस जमा की तो वो अपडेट नहीं हुई। किसी को फार्म कंप्लीट करने के लिए ओटीपी नहीं मिला।
बुधवार को वेबसाइट ने कुछ काम करना शुरू किया। लेकिन फार्म फिर भी कंप्लीट नहीं हो पाए। अभ्यर्थियों ने इसको लेकर ऑनलाइन शिकायत भी की। लेकिन कहीं से कोई जवाब नहीं आया। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर तिथि नहीं बढ़ाई गई तो उनका पूरा साल खराब हो जाएगा। कुछ दिनों बाद शिक्षक भर्ती की बात कही जा रही है। टीईटी नहीं दे पाने की स्थिति में वे इसमें आवेदन नहीं कर पाएंगे।
परेशानी वाली बात ये है कि अगर तिथि बढ़ भी जाती है तो वेबसाइट काम करेगी या नहीं, इसको लेकर कोई बोलने को तैयार नहीं है। अकेले सीसीएसयू के क्षेत्र की बात करें तो मेरठ और सहारनपुर मंडल के नौ जिलों में डेढ़ लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं के फार्म अभी अटके पड़े हैं। पूरी यूपी की बात करें तो सात लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है। ऐसे में शासन की गलती के कारण लाखों छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर लगा है। बता दें कि इस बार टीईटी की परीक्षा चार नवंबर को प्रस्तावित है। इसमें कई बदलाव भी किए गए हैं।
महत्वपूर्ण
- छात्र-छात्राएं परेशान, कहीं नहीं र्हुई अभी तक सुनवाई
- चार अक्तूबर है ऑनलाइन फार्म जमा करने की अंतिम तिथि