यूपी टीईटी का रिजल्ट अच्छा आने से इतना साफ हो गया है कि इस बार शिक्षक बनने की राह आसान नहीं होगी. जो अभ्यर्थी सहायक अध्यापक
बनना चाहते हैं उनको कड़ा मुकाबला करना होगा.
इसकी वजह है इस बार यूपी टीईटी क्वालिफाई करने वालों की संख्या. इस बार प्राइमरी लेवल के यूपी टीईटी को क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 3 लाख, 66 हजार, 285 है.
जाहिर है कि 20 दिसंबर तक होने वाले सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के पंजीकरण में ये सभी अभ्यर्थी अप्लाई करेंगे. इसके अलावा बड़ी संख्या उन अभ्यर्थियों की भी होगी जो पहले ही टीईटी क्वालिफाई हैं. इस तरह 6 जनवरी 2019 को होने वाली सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या सवा चार लाख से अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
इस बार सहायक अध्यापक के 69 हजार पदों पर भर्ती होनी है. ऐसे में एक-एक सीट के लिए कड़ा मुकाबला होगा. अगर बात यूपी टीईटी के रिजल्ट की करें तो उसमें 47,975 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे, जबकि मई 2018 की शिक्षक भर्ती परीक्षा में करीब 1 लाख, 7 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए.
इनमें करीब 59 हजार अभ्यर्थी ऐसे थे जो पहले से टीईटी उत्तीर्ण थे, लेकिन 2018 की शिक्षक भर्ती परीक्षा में कटऑफ अंक निर्धारित थे इसलिए सिर्फ 41556 के करीब अभ्यर्थी ही उत्तीर्ण हो पाए. 2018 की शिक्षक भर्ती 68,500 पदों के लिए थी. ऐसे में जितने भी अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे उन सभी को नौकरी मिल गई.
लेकिन इस बार शिक्षक भर्ती परीक्षा में कोई कटऑफ तय नहीं है. ऐसे में जितने भी अभ्यर्थी सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा देंगे सभी शिक्षक बनने की रेस में शामिल हो जाएंगे. इस हिसाब से देखें तो 2018 की शिक्षक भर्ती में जहां पदों की संख्या अभ्यर्थियों से अधिक थी वहीं 2019 की परीक्षा में उल्टा होगा. अभ्यर्थियों की संख्या कुल वेकेंसी से करीब 6 गुना अधिक होगी.
इसकी वजह है इस बार यूपी टीईटी क्वालिफाई करने वालों की संख्या. इस बार प्राइमरी लेवल के यूपी टीईटी को क्वालिफाई करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 3 लाख, 66 हजार, 285 है.
जाहिर है कि 20 दिसंबर तक होने वाले सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के पंजीकरण में ये सभी अभ्यर्थी अप्लाई करेंगे. इसके अलावा बड़ी संख्या उन अभ्यर्थियों की भी होगी जो पहले ही टीईटी क्वालिफाई हैं. इस तरह 6 जनवरी 2019 को होने वाली सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या सवा चार लाख से अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
इस बार सहायक अध्यापक के 69 हजार पदों पर भर्ती होनी है. ऐसे में एक-एक सीट के लिए कड़ा मुकाबला होगा. अगर बात यूपी टीईटी के रिजल्ट की करें तो उसमें 47,975 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे, जबकि मई 2018 की शिक्षक भर्ती परीक्षा में करीब 1 लाख, 7 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए.
इनमें करीब 59 हजार अभ्यर्थी ऐसे थे जो पहले से टीईटी उत्तीर्ण थे, लेकिन 2018 की शिक्षक भर्ती परीक्षा में कटऑफ अंक निर्धारित थे इसलिए सिर्फ 41556 के करीब अभ्यर्थी ही उत्तीर्ण हो पाए. 2018 की शिक्षक भर्ती 68,500 पदों के लिए थी. ऐसे में जितने भी अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे उन सभी को नौकरी मिल गई.
लेकिन इस बार शिक्षक भर्ती परीक्षा में कोई कटऑफ तय नहीं है. ऐसे में जितने भी अभ्यर्थी सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा देंगे सभी शिक्षक बनने की रेस में शामिल हो जाएंगे. इस हिसाब से देखें तो 2018 की शिक्षक भर्ती में जहां पदों की संख्या अभ्यर्थियों से अधिक थी वहीं 2019 की परीक्षा में उल्टा होगा. अभ्यर्थियों की संख्या कुल वेकेंसी से करीब 6 गुना अधिक होगी.