परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का अंतर जिला तबादला अब तक अधर में लटका, छह माह से अंतर जिला तबादले की दूसरी सूची का इंतजार

प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों का अंतर जिला तबादला अब तक अधर में है। छह माह से हजारों शिक्षक तबादले की दूसरी सूची आने की राह देख रहे हैं।
बुधवार को बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उप्र ने परिषद सचिव को ज्ञापन सौंपकर तबादले करने का अनुरोध किया, साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अनसुनी पर दो जनवरी से मुख्यालय के सामने अनशन करेंगे।

शिक्षकों ने परिषद सचिव से कहा कि 13 जून को 35 हजार आवेदकों में से महज 11963 को ही अंतर जिला तबादले का लाभ दिया गया। इसके बाद शिक्षकों से प्रत्यावेदन व आपत्तियां ली गईं। इसमें दिव्यांग, गंभीर बीमारी से पीड़ित व महिला शिक्षकों ने आवेदन किया लेकिन, छह माह बीत रहे हैं, अब तक दूसरी सूची नहीं आई है। इससे सभी निराश हैं। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र यादव ने कहा कि पहली सूची में कई ऐसे जिलों से शिक्षकों का तबादला नहीं किया गया कि वहां शिक्षकों की कमी है। अब 41 हजार शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है, इससे यह कमी भी पूरी हो गई है इसलिए सभी जिलों के समान रूप से तबादले का लाभ दिया जाए। उन्होंने एक परिसर में स्थित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के संविलियन को भी मनमाना आदेश करार देते हुए इसे रद करने की मांग की, क्योंकि शिक्षकों में असमंजस बना है कि उनके पद खत्म हो जाएंगे। इस आदेश से स्कूलों में पठन-पाठन भी प्रभावित हो रहा है। सचिव ने इन मांगों पर विचार करने व शासन को अवगत कराने को कहा है। एसोसिएशन ने अल्टीमेटम दिया है कि उनकी मांगों की अनसुनी होने पर शिक्षक परिषद मुख्यालय के सामने दो जनवरी से बेमियादी अनशन करेंगे। यहां प्रदेश महामंत्री पुष्पराज सिंह, प्रदेश सलाहकार अंजनी यादव, राजेश पाल आदि मौजूद रहे।