47 छात्र पर चार शिक्षामित्र तैनात, शासनादेश की आड़ लेकर प्रदेश के कई स्कूलों में बिगड़ा अनुपात, सीएम के पोर्टल पर शिकायत दर्ज

प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षामित्रों की अधिक संख्या में नियुक्ति से कई विद्यालयों में विकट स्थिति पैदा हो गई है। यह नौबत इसलिए आई है, क्योंकि शिक्षामित्रों को मूल विद्यालय में भेजने के शासनादेश में प्रावधान किया गया था कि शिक्षामित्र चाहें तो वर्तमान तैनाती के स्कूल में भी रह सकते हैं। वहीं, महिला शिक्षिकाओं को भी राहत दी गई है।
इस आदेश की आड़ लेकर कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों में शिक्षामित्र अधिक संख्या में नियुक्त हो गए हैं।

यही नहीं, जिलों में प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक के पद पर पहले से शिक्षक नियुक्त है उन्हीं स्कूलों में और शिक्षामित्र आ जाने से शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है। ज्ञात हो कि पहले एक स्कूल में एक या फिर दो शिक्षामित्र ही रहे हैं। अब उनकी संख्या अधिक होने से गुटबाजी और शिक्षकों के साथ झगड़े बढ़ रहे हैं। इसकी शिकायतें बेसिक शिक्षा अधिकारियों से हुईं लेकिन, शासनादेश के कारण वह किसी को हटाने की स्थिति में नहीं हैं। चित्रकूट के प्राथमिक शिक्षक रीतेश कुमार ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल पर की तो संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया। डीएम ने शिकायत को बीएसए को भेज दिया लेकिन, समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ध्यान रहे प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों का समायोजन व स्थानांतरण आदेश में खामी होने के कारण कोर्ट ने उसे रद कर दिया है। इसके बाद भी मनमाने तरीके से शासनादेश जारी हो रहे हैं, जिससे लगातार विवाद बढ़ रहे हैं।