69 हजार शिक्षक भर्ती : जन्म तारीख व प्रशिक्षण पाठ्यक्रम गलत भरने से अभ्यर्थी बाहर, लिखित परीक्षा का आवेदन निरस्त होने पर सैकड़ों शिक्षामित्र परेशान,भर्ती परीक्षा में शामिल करने की कर रहे मांग
प्रयागराज : परीक्षा में पंजीकरण संख्या व अनुक्रमांक आदि गलत भरने वाले अभ्यर्थियों को शीर्ष कोर्ट तक से राहत नहीं मिली। अब परीक्षा के पहले आवेदन पत्र में गलत प्रविष्टियां दुरुस्त करने की गुहार लगाई जा रही है। परीक्षा संस्था ने इम्तिहान के ऐन मौके पर राहत देने से मना किया तो कहा गया कि वे शिक्षामित्र हैं और ये भर्ती उनके लिए खासी अहम है। इस पर मामला शासन को भेजा जा रहा है, वहां से निर्णय होने पर ही अगला कदम उठाया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों की शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के पहले परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 16344 अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए हैं। यह सूची जारी होने के बाद से कार्यालय में हर दिन सैकड़ों अभ्यर्थी जमा होकर आवेदन पत्र दुरुस्त करने की मांग कर रहे है। प्रक्रिया ऑनलाइन होने से अफसर कह रहे हैं कि अब कुछ नहीं हो सकता। इस पर अभ्यर्थियों का कहना है कि वे शिक्षामित्र हैं, मानवीय भूल उनसे हो गई है। सूत्रों के अनुसार सैकड़ों शिक्षामित्रों ने आवेदन पत्र में प्रशिक्षण योग्यता गलत भर दी है, दूरस्थ बीटीसी की जगह विशिष्ट बीटीसी दर्ज किया गया है जिसकी वजह से वह अयोग्य हो गए हैं। इसी तरह से एक शिक्षामित्र ने अपनी जन्म वर्ष 1990 की जगह 1999 लिख दिया। एक अन्य ने 1995 की जगह 1955 दर्ज कर दिया। आयु सीमा की न्यूनतम व अधिकतम सीमा पार होने पर आवेदन निरस्त हुए हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने अभ्यर्थियों से कहा है कि इस मामले में बदलाव कर पाना उनके हाथ में नहीं है। यह जरूर है कि वे इस प्रकरण से अवगत कराने को पत्र भेजेंगे और वहां से जो निर्णय आएगा उसी के अनुरूप कदम बढ़ाएंगे। आवेदन निरस्त होने वाले अभ्यर्थी अधर में अटके हैं।
प्रयागराज : परीक्षा में पंजीकरण संख्या व अनुक्रमांक आदि गलत भरने वाले अभ्यर्थियों को शीर्ष कोर्ट तक से राहत नहीं मिली। अब परीक्षा के पहले आवेदन पत्र में गलत प्रविष्टियां दुरुस्त करने की गुहार लगाई जा रही है। परीक्षा संस्था ने इम्तिहान के ऐन मौके पर राहत देने से मना किया तो कहा गया कि वे शिक्षामित्र हैं और ये भर्ती उनके लिए खासी अहम है। इस पर मामला शासन को भेजा जा रहा है, वहां से निर्णय होने पर ही अगला कदम उठाया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों की शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के पहले परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 16344 अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए हैं। यह सूची जारी होने के बाद से कार्यालय में हर दिन सैकड़ों अभ्यर्थी जमा होकर आवेदन पत्र दुरुस्त करने की मांग कर रहे है। प्रक्रिया ऑनलाइन होने से अफसर कह रहे हैं कि अब कुछ नहीं हो सकता। इस पर अभ्यर्थियों का कहना है कि वे शिक्षामित्र हैं, मानवीय भूल उनसे हो गई है। सूत्रों के अनुसार सैकड़ों शिक्षामित्रों ने आवेदन पत्र में प्रशिक्षण योग्यता गलत भर दी है, दूरस्थ बीटीसी की जगह विशिष्ट बीटीसी दर्ज किया गया है जिसकी वजह से वह अयोग्य हो गए हैं। इसी तरह से एक शिक्षामित्र ने अपनी जन्म वर्ष 1990 की जगह 1999 लिख दिया। एक अन्य ने 1995 की जगह 1955 दर्ज कर दिया। आयु सीमा की न्यूनतम व अधिकतम सीमा पार होने पर आवेदन निरस्त हुए हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने अभ्यर्थियों से कहा है कि इस मामले में बदलाव कर पाना उनके हाथ में नहीं है। यह जरूर है कि वे इस प्रकरण से अवगत कराने को पत्र भेजेंगे और वहां से जो निर्णय आएगा उसी के अनुरूप कदम बढ़ाएंगे। आवेदन निरस्त होने वाले अभ्यर्थी अधर में अटके हैं।