उत्तर प्रदेश में एक जाति विशेष व धर्म विशेष के लोगों की हो रही भर्तियों पर...मुख्यमंत्री ने युवाओं के साथ खेला जातिवाद का खेल आजतक न्यूज़ के हवाले से मिली यह न्यूज हमारे नवयुवक, यानि की जो मेहनत और लगन से पुलिस भर्ती में फाइनल मैरिट तक पहुँचे, उनके लिए यह खबर बुरी है।
हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय अखलेश यादव ने अपने प्रदेश के युवाओं के साथ जातिवाद का खेल खेला है। आज तक न्यूज़ के सर्वे के अनुसार यह पाया है, कि मुख्यमंत्री के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने एटा, इटावा, मैनपुरी से 25345 बच्चे यादव जाति के ही परीक्षा में पास कराये है।
और other कास्ट के सिर्फ 6574 पास किये है।
और मुख्यमंत्री के प्रिय चचा जान मंत्री आजम ख़ान ने वहीं 13435 बच्चे मुस्लमानों के पास किये है।
डिम्पल यादव जहां से सांसद है वंहा से 4567 बच्चे पास किये गए गये।
ये सब कुल मिलकर 49911 बच्चे होते है जो की फाइनल मैरिट में पहुच चुके है।
और मजेदार बात यह है की मथुरा जिले से 963 बच्चे पास किये गए है।
शिक्षा जगत में पढाई का अव्वल दर्जे का जिला मेरठ से 346 बच्चे पास हो सके है।
यूपी के अन्य 69 जिलों में से मात्र 7563 बच्चे ही पास किये है।
गैर राज्यों से तो मात्र 23 बच्चे पास किये है।
क्या यह हमारे साथ न्याय हुआ?
यह भर्ती निष्पक्ष नही हो रही है।
और जो ऊपर के जो चार जिले है, उसमे तो बच्चों के 375 नंबर से ऊपर है।
इस सर्वे में यह माना गया है की obc की मेरिट तो 344 के आस पास रहेगी,
वहीं जनरल की 356 के पास
और sc और st की लगभग 330 के पास रहेगी।
इस मेसेज को इतना फॉरवर्ड करो की यह मैसेज जिम्मेदार लोगों तक पहुँचे।
पांच नाम, जिनके नंबर निचे दिए गये है.......
इस मेसेज को इतना फॉरवर्ड करो की यह मैसेज जिम्मेदार लोगों तक पहुँचे।
पांच नाम, जिनके नंबर निचे दिए गये है.......
अंकित यादव सैफई 394
अंशु यादव एटा 390
मनोज यादव सैफई 392
अजरुद्देन खान सहारनपुर 398
जाकिर हुसैन मैनपुरी 396
यदि इस चैनल की खबर को सही मानें तो यह यूपी की युवा पीढ़ी के साथ सबसे बड़ा धोखा ही नहीं बल्कि सबसे बड़ा विश्वासघात भी है क्योंकि यूपी का युवा वर्ग प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री को अपना अादर्श मानता है और सरकार बहुत उम्मीदें लगाये बैठा है ।
अंशु यादव एटा 390
मनोज यादव सैफई 392
अजरुद्देन खान सहारनपुर 398
जाकिर हुसैन मैनपुरी 396
यदि इस चैनल की खबर को सही मानें तो यह यूपी की युवा पीढ़ी के साथ सबसे बड़ा धोखा ही नहीं बल्कि सबसे बड़ा विश्वासघात भी है क्योंकि यूपी का युवा वर्ग प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री को अपना अादर्श मानता है और सरकार बहुत उम्मीदें लगाये बैठा है ।