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टीजीटी,पीजीटी-2011 के आठ हजार पदों पर परीक्षा 15 जून से : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड टीजीटी,पीजीटी-2011 के आठ हजार पदों पर परीक्षा की तैयारियां शुरूकर दिया है।यह परीक्षाएं 15 से 17 जून तक दो सत्रों में होगी।परीक्षा के लिए 11 मण्डल मुख्यालय के जिलों को केन्द्र बनाया जायेगा।
पद के कई गुना अधिक अभ्यर्थियों के होने से यह परीक्षा तीन दिनों में पूरी होगी जिससे कि सभी विषय की परीक्षाएं एक साथ हो सके। माध्यमिक शिक्षा सेवाचयन बोर्ड अभ्यर्थियों के आवेदन पत्रों की छंटाई करके उनको व्यवस्थित कर रहा है।
इसके बाद आवेदन पत्रों में जो भी खामियां रह गयी हैउसको दूर किया जायेगा उसके बाद अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए काल लेटर भेजा जायेगा।अगर किसी अभ्यर्थीको प्रवेश पत्रसमय से नहीं मिल पाता हैतो वह चयन बोर्ड की वेबसाइट से डाउनलोडकर सकेगा।माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्डके सचिव जितेन्द्र कुमार ने बताया कि टीजीटी,पीजीटी-2011 के पदों का सत्यापन जिलेवार करा लिया गया है।जो सत्यापन में सही पाया गया है।इन पदों पर भर्ती के लिए करीब चार लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।उन आवेदन पत्रों की छंटाईका कार्यएजेन्सी में चल रहा है।जो शीघ्र पूरा हो जायेगा।इसके बाद जिन अभ्यर्थियों के आवेदन पत्रों में सामान्य खामियां मिलेगी उसको दूर करने के लिए उनसे आवेदन लिया जायेगा जबकि जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन के दौरान प्रार्थना पत्र पर हस्ताक्षर न किया होगा या परीक्षा शुल्क नहीं लगाया होगा सहित अन्य प्रमुख कमियां होगी उनके आवेदन पत्र निरस्त होगे।
सचिव जितेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरी संभावना है कि मई के पहले हफ्ते से अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र भेजा जाना शुरूहो जायेगा।

परीक्षा की तैयारी करें , चयन बोर्ड का चक्कर न लगायें :
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्डके सचिव जितेन्द्र कुमार ने प्रतियोगी छात्रों को सुझाव दिया है कि वह लोग चयन बोर्डका चक्कर लगाने से बचे। टीजीटी और पीजीटी परीक्षा का कार्यक्रम शीघ्र घोषित होने जा रहा है।वह लोग परीक्षा की तैयारियों में लगे। टीजीटी-पीजीटी और प्रधानाचायरे के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए शीघ्र आनलाइन आवेदन लिये जाने की तैयारियां चल रही है। एनआईसी से साफ्टवेयर बनते ही परीक्षा की तिथि घोषित कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में प्रतियोगी छात्र चयन बोर्ड कार्यालय का चक्कर लगाकर अपना समय खराब न करें।
चार सदस्यों की कमी से कार्य प्रभावित :
उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में चार सदस्यों की कमी है। सदस्यों की कमी होने से परीक्षा, इण्टरव्यू सहित जरूरी कार्य नहीं हो पा रहे है। चयन बोर्ड में अध्यक्ष सहित 11 सदस्य होते है।अध्यक्ष का कार्यकाल पांच वर्ष तो सदस्यों का कार्यकाल दो वर्षका होता है।माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में मो. उमर और डा.विनय कुमार रावत सदस्य है जबकि तीसरे सदस्य श्रीमती अनीता यादव और ललित कु मार श्रीवास्तव के कार्य करने पर हाईकोर्टने रोक लगा दिया है। चयन बोर्डमें कोरम पूरा करने के लिए अध्यक्ष सहित पांच सदस्यों का होना जरूरी है।

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