कानपुर डीएम की फर्जी रिपोर्ट के आधार पर नगर निगम के अधिशासी अभियंता के निलंबन के बाद चौबेपुर के खंड शिक्षा अधिकारी के निलंबन का मामला सामने आया है। खंड शिक्षा अधिकारी को भी डीएम की भेजी आख्या के आधार पर सस्पेंड कर दिया गया।
निलंबन आदेश पाकर जब खंड शिक्षा अधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे तो अफसरों के होश उड़ गए। जिलाधिकारी ने एबीएसए का निलम्बन वापस लेने के लिए शासन को पत्र लिखा है।
आखिर कौन चला रहा डीएम के हस्ताक्षर का फर्जीवाड़ा!
- एडीएम की अध्यक्षता में गोपनीय कमेटी
- क्राइम ब्रांच की टीमें भी कर रही जांच
कानपुर। वरिष्ठ संवाददाता
आचार संहिता लागू होने के बीच में जिलाधिकारी के हस्ताक्षर की फर्जीवाड़ा कौन कर रहा है? इसके पीछे कौन लोग हो सकते हैं? शासन के साथ होने वाली लिखापढ़ी में कोई बड़ा फर्जीवाड़ा तो नहीं कर दिया है? इसकी जांच हो रही है।
हस्ताक्षर में हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर एक एडीएम की अध्यक्षता में आंतरिक कमेटी बनी है जो अपने स्तर से जांच कर रही है। पुलिस की क्राइम ब्रांच भी अलग से जांच कर रही है। इस जांच में मदद कर रही है। इसका जल्द ही खुलासा होने की उम्मीद जताई गई है। अधिकारी इस बात को लेकर अधिक परेशान हैं कि यह नेटवर्क कहां से संचालित हो रहा। एक ही तरह की आख्या रिपोर्ट कैसे भेजी जा रही है? ऐसे तो अहम दस्तावेजों के साथ भी छेड़छाड़ हो सकती है। उधर डीएम कौशलराज शर्मा का कहना है कि धोखाधड़ी करने वाले जल्द ही पकड़े जाएंगे। जांच की जा रही है।
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निलंबन आदेश पाकर जब खंड शिक्षा अधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे तो अफसरों के होश उड़ गए। जिलाधिकारी ने एबीएसए का निलम्बन वापस लेने के लिए शासन को पत्र लिखा है।
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आखिर कौन चला रहा डीएम के हस्ताक्षर का फर्जीवाड़ा!
- एडीएम की अध्यक्षता में गोपनीय कमेटी
- क्राइम ब्रांच की टीमें भी कर रही जांच
कानपुर। वरिष्ठ संवाददाता
आचार संहिता लागू होने के बीच में जिलाधिकारी के हस्ताक्षर की फर्जीवाड़ा कौन कर रहा है? इसके पीछे कौन लोग हो सकते हैं? शासन के साथ होने वाली लिखापढ़ी में कोई बड़ा फर्जीवाड़ा तो नहीं कर दिया है? इसकी जांच हो रही है।
हस्ताक्षर में हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर एक एडीएम की अध्यक्षता में आंतरिक कमेटी बनी है जो अपने स्तर से जांच कर रही है। पुलिस की क्राइम ब्रांच भी अलग से जांच कर रही है। इस जांच में मदद कर रही है। इसका जल्द ही खुलासा होने की उम्मीद जताई गई है। अधिकारी इस बात को लेकर अधिक परेशान हैं कि यह नेटवर्क कहां से संचालित हो रहा। एक ही तरह की आख्या रिपोर्ट कैसे भेजी जा रही है? ऐसे तो अहम दस्तावेजों के साथ भी छेड़छाड़ हो सकती है। उधर डीएम कौशलराज शर्मा का कहना है कि धोखाधड़ी करने वाले जल्द ही पकड़े जाएंगे। जांच की जा रही है।
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