शिक्षकों के समायोजन मामले में डीएम ने दिखाई सख्ती, बीएसए से मांगी रिपोर्ट

गोंडा. डीएम आशुतोष निरंजन ने चुनाव पूर्व हुई काउन्सिलिंग के तहत अध्यापकों की तैनाती करने, वेतन, मानदेय विसंगतिायों को दूर करने तथा प्राप्त हुई अन्य शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्रभावी कार्यवाही करने हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को कड़े आदेश दिए हैं।
बताते चलें जनपद गोण्डा में विधानसभा निर्वाचन-2017 की आदर्श आचार संहिता लागू होने से पूर्व जनपद गोण्डा में शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अनुसार छात्र शिक्षक अनुपात सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से शिक्षकों के समायोजन हेतु जिला पंचायत सभागार में शिक्षकों की सार्वजनिक काउन्सिलिंग करायी गयी थी।

काउन्सिलिंग में शिक्षकों के पारस्परिक स्थानान्तरण तथा समायोजन करते हुए उनके आदेश निर्गत किए जाने थे, किन्तु विधानसभा निर्वाचन की घोषणा हो जाने के पश्चात उनका क्रियान्वयन नहीं किया जा सका था। डीएम ने बीएसए को शिक्षकों के समायोजन व काउन्सिलिंग के द्वारा किये गये पारस्परिक स्थानान्तरण का कियान्वयन तत्काल प्रभाव से कराना सुनिश्चित कराने के आदेश दिए हैं।

ज्ञातव्य है कि शिक्षकों के समायोजन के फलस्वरूप उन्हें तत्काल अपने विद्यालय से कार्यमुक्त करते हुए नवीन तैनाती वाले विद्यालयों में कार्यभार ग्रहण करने हेतु निर्देशित किया गया था, किन्तु कतिपय शिक्षकों द्वारा इस आदेश का अनुपालन नहीं किया गया है तथा वे या तो चिकित्सा अवकाश पर हैं अथवा समायोजन से पूर्व के विद्यालय में ही शिक्षण कार्य कर रहे हैं। ऐसे अध्यापकों को तत्काल प्रभाव से अपने समायोजित विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने हेतु निर्देशित करने के आदेश उिए हैं तथा यदि वह अपने नवीन तैनाती वाले विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं करते हैं तो उन्हें वेतन का भुगतानतत्काल प्रभाव से रोकते हुए उनके विरूद्ध विभागीय प्रशासनिक कार्यवाही भी की जाएगी।

डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि यह भी संज्ञान में लाया गया है कि कतिपय शिक्षामित्रों से समायोजित शिक्षकों का भी समायोजन कर दिया गया है। डीएम ने ऐसे प्रकरणों में प्रकरणवार उत्तरदायी अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त कर जिलाधिकारी को उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी समायोजित शिक्षक ने उच्च न्यायालय में वाद दायर कर स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया हो तो न्यायालय में प्रतिशपथपत्र दाखिल कराते हुए आवश्यक कार्यवाही कराएं।

इसके अलावा उन्होंने जनपद में कार्यरत सभी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक की तैनाती का विवरण भी तलब किया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा के कार्यालय से वेतन, मानदेय के भुगतान का मिलान करते हुए यदि किसी कार्मिक का बिना तैनाती, अनुपस्थिति के बावजूद वेतन, मानदेय का भुगतान किया जा रहा हो तो ऐसे सम्बन्धित दोषी के विरूद्ध तत्काल आवश्यक कार्यवाही करें। डीएम ने यह भी बताया कि उन्हें इस आशय की शिकायत भी प्राप्त हुई हैं कि बीएसए कार्यालय द्वारा डीएम द्वारा अनुमोदित नवीन तैनाती वाले शिक्षकों की सूची में भी संशोधन करते हुए उनकी अन्यत्र तैनाती कर दी गयी है। जो कि अत्यंत गम्भीर मामला है। उन्होंने बीएसए को स्वयं इस प्रकरण की जांच कर अपनी जांच रिपोर्ट सम्बन्धित फाइल के साथ देने के निर्देश दिए हैं।

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