UPTET : 3 लाख से अधिक बेरोजगारों के भाग्य का फैसला करना बेहद जटिल होगा

बेंच बदलने की पटकथा उसी समय लिखी जा चुकी थी जब मुख्य न्यायाधीश खेहर जी, दीपक मिश्रा जी , मोदी जी, योगी जी समेत तमाम लोग इलाहाबाद उच्च न्यायालय के कार्यक्रम में आए हुए थे....
जैसा कि बीजेपी के संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान न्यायिक रूप से 3 महीने में करने की बात कही गई थी....और योगी सरकार अपने संकल्प पत्र पर गम्भीरता से कार्य कर रही है......इसलिए इस बात की पूरी सम्भावना है कि योगी जी ने चीफ जस्टिस महोदय से उक्त मामले का निस्तारण जल्द से जल्द करवाने का आग्रह किया हो......लेकिन नई बेंच इस मामले को जितना सरल समझ रही है....वास्तव में यह उतना सरल है नही.....भारत के सबसे जटिलतम सर्विस मामले का निस्तारण यह नई बेंच किस प्रकार करती है, यह देखने वाली बात होगी......कोर्ट के लिए निष्ठुर न्याय की अवधारणा पर काम करना भी इतना आसान नही होगा....3 लाख से अधिक बेरोजगारों के भाग्य का फैसला करना बेहद जटिल होगा.....त्रिपुरा की बात करे तो वहां सिर्फ 10 हज़ार लोगो का मामला था....लेकिन यहां लाखों बेरोजगारों की बात है...एक साथ इतने लोगो को सड़क पर लाकर पटक देना.....वो भी सिस्टम के सताए हुए लोगो को,....कदापि ऐसा नही हो सकता....गलतियां सरकार करती है और भोगना आम बेरोजगार को होता है...सभी लोग अपने-अपने हितों के आधार पर कहते हैं कि ऐसा होगा, वैसा होगा....लेकिन आगामी सुनवाई में सबके गणित फ़ैल हो जाएंगे,....और वही होगा जो किसी ने सोचा नही होगा.... यदि यह बेंच RTE को सुनवाई का प्रमुख आधार बनाकर चलती है, तो ठीक वरना किसी भी कठिन परिस्थितियों के लिए अभी से सभी लोग मानसिक रूप से तैयार रहें......चंदा, धरना, आंदोलन, दौड़-भाग इत्यादि से बहुत जल्द मुक्ति मिलने वाली है.......फिलहाल ईश्वर से यही प्रार्थना कि किसी के घरों में अँधेरा न करें.....
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