*गाजी इमाम आला की कलम से*
प्रिय मित्राें
आप लोगों को अवगत कराना है कि शिक्षा मित्रों के बीच एक बार पुनः उसी तरह की राजनिति शुरू किया जा रहा है जिस तरह से समायोजन होने से पूर्व हमारे द्बारा अलग से टीईटी कराने की बात कही गयी जिसका
पूरे प्रेदश मे आप लोगों द्वारा विरोघ किया गया और आप लोगों न कहा मूझे टीईटी मंजूर नही है जिसके बाद थक हार कर बिना टीईटी समायोजन करना पडा जसका परिणाम सुप्रीम कोर्ट से आप लोग देख चुके है,जबाकि उस समय बहुत असानी से सभी टीईटी पास भी हो जाते लेकिन आप लोगों ने नही चलने दिया और बीआसी स्तर तक घरना विरोध शुरू कर दिया नतीजा क्या मिला आप स्वम देख रहे है। संगठन एक बार पुनः बैधानिक तरीकों पर काम कर रहा है ।यदि सभी 170 हजार शिक्षा मित्रो को शिक्षक बनवा ले गये तो हमारी भी सत्रह वर्षों का त्याग सफल हो जएगा इसिलिए पन्द्रह दिन का समय सरकार को दिया गया है कि शासन इसका हल निकाले।अौर कुछ हल भी निकल रहा है। संगठन वही हल निकालेगा जो भविष्य में आप को दिक्कत उठानी न पडे ,अौर यदि 15 दिन में कोई हल नही निकलता है तो एक बडे आंन्दोलन के साथ पूनः इस प्रदेश की सडको पर दिखेंगा पूरा संगठन।
मित्रों एक बार पुनः बडे दुखी मन से यह पोस्ट लिख रहा हूँ कि पूरा सगठन आप लोगों को पुनः शिक्षक पद पर स्थापित करने मे जुटा हुआ है और शासन द्वारा रास्ता निकालने का प्रयास भी कर रहा है तो इसी बीच कुछ ऐसे सिखंडी भी पैदा हो गये है जो बडे संगठनों सें बात भी करते है और बाहर जाकर शिक्षा मित्राें को बलगलाते भी है।ऐसे दिवास्वप्न दिखाने वालो सुप्रीम कोर्ट में भी रोज पोस्ट के मध्यम से आये दिन विघिक ज्ञानी बनकर आप लोगों को अपने ज्ञान का प्रचार प्रसार सोसल मिडिया पर खुब किया और स्वप्न भी दिखाये रोज सुनवाई मे चौवा,छक्का मारते थे लेकिन जब रिजल्ट खराब आया तो एक सप्ताह धर में से यह स्वप्न दिखाने वाले बाहरनही निकले। अब जब एक बार पुनः शासन स्तर पर अभी संगठन बातचीत के माध्यम से रास्ता निकालने का प्रयास कर रहा है तो 15 दिन इंतजार करने के बजाय बडे वाले बीर अभिमन्यु बन रहे है।मित्रों आप लोगों के बीच में केवल दूस्प्रचार करने के लिए पृथ्वी पर जन्म लिए है प्रचार तो उतना कर दिये कि दोनों नेताओ को धमकाया गया,जाँच कराने की घमकी दी गयी ,डर गये। अरे आरोप लगाने वाले महामूरखों यह संगठन वट बृक्ष है किसी में कूबत नही है जो घमकी दे दे अौर अपना देखे कही आप का ही जांच न हो जए।इसलिए अभी भी हमारा सलाह है शिक्षा मित्रों की इस संकट से निकालने के लिए पुनः शिक्षक पद पर स्थापित करने के लिए रास्ते निकालने दो नही तो कहा गया है ,,एक ही उल्तू काफी था बरबाद गुलिस्ता करने को,हर साख पर उल्लू बैठे हो अंन्जाम गुलिस्ता क्या होगा,,
सभी शिक्षा मित्रों से अपील इस समय सोसल मिडिया पर लिखने पढने का समय हमारे पास नही है न ही आगे लिख पाऊगा आप लोग संगठन के सच्चे सिपाही हो आप लोगों के भविष्य के लिए लडना संगठन का परम कर्तव्य है।
एक बात और आप लोग जरूर समझ लेना 170 को शिक्षक बनवाना या लडना संगठन का काम है वह कर रहा है। लेकिन आप लोगों की वह सभी बाते हम नही मान सकते जो भविष्य में पुनः हाईकोर्ट,सुप्रीम कोर्ट का चक्कर लगाना पडे।आपलोग समझदार भी है इसलिए समझदारी का परिचय दे ।
*गाजी इमाम आला*
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प्रिय मित्राें
आप लोगों को अवगत कराना है कि शिक्षा मित्रों के बीच एक बार पुनः उसी तरह की राजनिति शुरू किया जा रहा है जिस तरह से समायोजन होने से पूर्व हमारे द्बारा अलग से टीईटी कराने की बात कही गयी जिसका
पूरे प्रेदश मे आप लोगों द्वारा विरोघ किया गया और आप लोगों न कहा मूझे टीईटी मंजूर नही है जिसके बाद थक हार कर बिना टीईटी समायोजन करना पडा जसका परिणाम सुप्रीम कोर्ट से आप लोग देख चुके है,जबाकि उस समय बहुत असानी से सभी टीईटी पास भी हो जाते लेकिन आप लोगों ने नही चलने दिया और बीआसी स्तर तक घरना विरोध शुरू कर दिया नतीजा क्या मिला आप स्वम देख रहे है। संगठन एक बार पुनः बैधानिक तरीकों पर काम कर रहा है ।यदि सभी 170 हजार शिक्षा मित्रो को शिक्षक बनवा ले गये तो हमारी भी सत्रह वर्षों का त्याग सफल हो जएगा इसिलिए पन्द्रह दिन का समय सरकार को दिया गया है कि शासन इसका हल निकाले।अौर कुछ हल भी निकल रहा है। संगठन वही हल निकालेगा जो भविष्य में आप को दिक्कत उठानी न पडे ,अौर यदि 15 दिन में कोई हल नही निकलता है तो एक बडे आंन्दोलन के साथ पूनः इस प्रदेश की सडको पर दिखेंगा पूरा संगठन।
मित्रों एक बार पुनः बडे दुखी मन से यह पोस्ट लिख रहा हूँ कि पूरा सगठन आप लोगों को पुनः शिक्षक पद पर स्थापित करने मे जुटा हुआ है और शासन द्वारा रास्ता निकालने का प्रयास भी कर रहा है तो इसी बीच कुछ ऐसे सिखंडी भी पैदा हो गये है जो बडे संगठनों सें बात भी करते है और बाहर जाकर शिक्षा मित्राें को बलगलाते भी है।ऐसे दिवास्वप्न दिखाने वालो सुप्रीम कोर्ट में भी रोज पोस्ट के मध्यम से आये दिन विघिक ज्ञानी बनकर आप लोगों को अपने ज्ञान का प्रचार प्रसार सोसल मिडिया पर खुब किया और स्वप्न भी दिखाये रोज सुनवाई मे चौवा,छक्का मारते थे लेकिन जब रिजल्ट खराब आया तो एक सप्ताह धर में से यह स्वप्न दिखाने वाले बाहरनही निकले। अब जब एक बार पुनः शासन स्तर पर अभी संगठन बातचीत के माध्यम से रास्ता निकालने का प्रयास कर रहा है तो 15 दिन इंतजार करने के बजाय बडे वाले बीर अभिमन्यु बन रहे है।मित्रों आप लोगों के बीच में केवल दूस्प्रचार करने के लिए पृथ्वी पर जन्म लिए है प्रचार तो उतना कर दिये कि दोनों नेताओ को धमकाया गया,जाँच कराने की घमकी दी गयी ,डर गये। अरे आरोप लगाने वाले महामूरखों यह संगठन वट बृक्ष है किसी में कूबत नही है जो घमकी दे दे अौर अपना देखे कही आप का ही जांच न हो जए।इसलिए अभी भी हमारा सलाह है शिक्षा मित्रों की इस संकट से निकालने के लिए पुनः शिक्षक पद पर स्थापित करने के लिए रास्ते निकालने दो नही तो कहा गया है ,,एक ही उल्तू काफी था बरबाद गुलिस्ता करने को,हर साख पर उल्लू बैठे हो अंन्जाम गुलिस्ता क्या होगा,,
सभी शिक्षा मित्रों से अपील इस समय सोसल मिडिया पर लिखने पढने का समय हमारे पास नही है न ही आगे लिख पाऊगा आप लोग संगठन के सच्चे सिपाही हो आप लोगों के भविष्य के लिए लडना संगठन का परम कर्तव्य है।
एक बात और आप लोग जरूर समझ लेना 170 को शिक्षक बनवाना या लडना संगठन का काम है वह कर रहा है। लेकिन आप लोगों की वह सभी बाते हम नही मान सकते जो भविष्य में पुनः हाईकोर्ट,सुप्रीम कोर्ट का चक्कर लगाना पडे।आपलोग समझदार भी है इसलिए समझदारी का परिचय दे ।
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