इलाहाबाद : भर्तियां करने व नियमों में बदलाव की मांग को लेकर
प्रतियोगियों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को शहर में
प्रतियोगियों ने आंदोलन की मशाल जलाए रखी।
शांति मार्च निकालकर सभी ने ‘हम
होंगे कामयाब’ का नारा बुलंद किया। अलग-अलग संगठनों का बेमियादी अनशन
लगातार जारी है।
शिक्षा निदेशालय पर बैठे प्रशिक्षु शिक्षकों की ओर से भोजराज सिंह और
रामसजीवन विश्वकर्मा पांचवें दिन बेमियादी अनशन पर डटे हैं। रविवार को
दोनों का स्वास्थ्य बिगड़ने पर बेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां
से आकर दोनों ने फिर आंदोलन शुरू कर दिया है। प्रदेश भर के 28 जिलों के 803
शिक्षक मौलिक नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर आठ प्रतियोगी महेश पाल, सुनील भारतीय,
चंद्रपाल, अजित पटेल, सुनील, अमित सिंह, राजेश यादव व अजय वर्मा 26 जनवरी
से बेमियादी अनशन कर रहे हैं। राजेश यादव का स्वास्थ्य रविवार को बिगड़ गया
था, उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। मोर्चा संयोजक विक्की खान व शेर
सिंह ने सोमवार को शासन को ज्ञापन भेजने के बाद कार्यालय से लेकर आजाद
पार्क तक शांति मार्च निकाला। जिसमें सैकड़ों प्रतियोगी जुटे। मोर्चा कोर
कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार पाल ने बताया कि 31 जनवरी तक चयन बोर्ड का गठन
न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। मंगलवार को डीएम का घेराव करने की
तैयारी है। 1बालसन चौराहे पर रोजगार संघर्ष मोर्चा का क्रमिक अनशन 25वें
दिन भी जारी रहा। इसमें पुलिस भर्ती 2018 के मुद्दे पर प्रतियोगियों और
भर्ती के इच्छुक युवाओं ने कहा कि 2015-16 के पुलिस भर्ती मेरिट के समस्त
उन युवाओं को मौका दिया जाए जो अधिकतम उम्र सीमा पार कर चुके हैं। अविनाश
विद्यार्थी, ऋत्विक उपाध्याय, ठाकुर विष्णु कुमार, मारुति मानव, अरविंद
सरोज की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। हाईकोर्ट के समीप क्रमिक अनशन पर बैठे
न्यायिक सेवा परीक्षा के प्रतियोगियों ने सोमवार को अपने खून से पत्र लिखकर
प्रधानमंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भेजा। रामकरन निर्मल, आशीष पटेल,
नीरज गोस्वामी, देवेंद्र प्रताप सिंह, पुष्पेंद्र आदि यहां मौजूद थे।
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