नूरपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा के दौरान अनुदेशकों ने
मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर हंगामा किया। एक महिला अनुदेशक ने हाथ में
लिया काला पर्स मुख्यमंत्री को दिखाने की कोशिश की।
खालसा कॉलेज के मैदान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण शुरू होने के
करीब पांच मिनट बाद ही मंच के बायीं ओर बनी महिला दीर्घा में बैठी महिला
अनुदेशक अनु विश्नोई ने साथियों के साथ सीएम तक अपनी मांगों को पहुंचाने के
लिए उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन का बैनर दिखाने की
कोशिश की। यह देखकर महिला पुलिसकर्मी हरकत में आ गईं और अनु विश्नोई को
सभास्थल से बाहर ले गईं। इस दौरान वहां कुछ समय के लिए हंगामे की स्थिति
पैदा हो गई। अनुदेशक दीपिका अग्रवाल, पल्लवी आर्य, सोनिया सिंह, कुलवीर
चौधरी, भावना, अर्जुन राजपूत, सुमित यादव आदि का कहना है कि शिक्षामित्रों
एवं अनुदेशकों का मानदेय बढ़ाने की घोषणा मार्च 2017 में हुई थी। भारत
सरकार के मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय के प्रोजेक्ट एप्रूबल बोर्ड की
दिनांक 27 मार्च 17 को हुई बैठक में अंतिम रूप देते हुए 14 अप्रैल 2017
को अनुमोदित कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद भी अनुदेशकों के मानदेय बढ़ाने
का शासनादेश पारित नहीं किया गया। शासनादेश पारित होने के बाद अनुदेशकों
को 17 हजार रुपये का मानदेय मिलेगा। उन्होंने आयोजकों एवं भाजपा प्रत्याशी
ने सीएम तक ज्ञापन पहुंचाने का अनुरोध किया था। जिसका उनको आश्वासन भी दिया
गया था, लेकिन ऐन वक्त पर उनको ऐसा करने से रोक दिया गया।
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