लखनऊ: राइट टु एजुकेशन (आरटीई) के तहत डेढ़ हजार बच्चों का दाखिला फंसा
हुआ है। क्योंकि शहर के निजी स्कूल मनमानी के चलते आरटीई के दाखिले नहीं ले
रहे हैं। ऐसे में बच्चे स्कूल और शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं। वहीं
विभाग भी स्कूलों को नोटिस जारी कर शांत बैठ गया है। नोटिस के बाद भी कोई
सख्ती न होने के कारण स्कूल दाखिला लेने से इनकार कर रहे हैं।
मार्च के आखिरी हफ्ते में आरटीई की पहली लॉटरी जारी हुई थी। इसमें 3904
छात्र-छात्राओं को स्कूल आवंटित हुए थे। इसमें से अब तक सिर्फ ढाई हजार के
दाखिले ही हुए हैं जबकि लगभग 1400 बच्चों के दाखिले लंबित हैं। शिक्षा
विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जो स्कूल दाखिला नहीं रहे हैं उसमें एग्जॉन
मॉन्टेसरी, डीपीएस, आदर्श मॉन्टेसरी, न्यू पब्लिक स्कूल, बेबी मार्टिन
पब्लिक स्कूल, ब्राइट वे स्कूल, कनौसा स्कूल, जयपुरिया स्कूल शामिल है। हर
बार की तरह सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने भी किसी भी शाखा में एक भी दाखिला नहीं
लिया है। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी का कहना है कि हम इन स्कूलों के खिलाफ
अब विभागीय कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं।
