सीतापुर : चुनावी वर्ष में सरकार शिक्षामित्रों पर मेहरबान हो गई है।
समायोजन के बहाने उनकी मुराद पूरी की जा रही है। पहले से तैनात, मूल
विद्यालय व ससुराल के विद्यालय के दायरे में जितने शिक्षा मित्र आवेदन कर
चुके हैं, उन्हें छात्र संख्या के सापेक्ष सृजित पदों पर समायोजित किया
जाएगा।
शासन के निर्देश पर बीएसए ने सोमवार को बीईओ को पत्र लिखकर इसका
अनुपालन कराने का आदेश दिया है। जिसमें कहा गया है कि विद्यालय में एक
शिक्षक का रहना आवश्यक है।
शिक्षामित्रों के समायोजन में सोमवार को बीएसए का पत्र जारी कर कहा है
कि प्राथमिक विद्यालय में शासन से अनुमन्य तीन मानकों के सापेक्ष अगर
शिक्षामित्रों ने एक ही विद्यालय के लिए आवेदन किया है तो उन्हें उसी
विद्यालय में समायोजित किया जाए। इसके लिए छात्र संख्या के अनुपात में
सृजित पद होने चाहिए। विद्यालय में सृजित पदों के सापेक्ष एक शिक्षक को
मानते हुए बाकी बचे सभी पदों पर शिक्षामित्रों को विकल्प के आधार पर
समायोजित किया जाएगा। जिन विद्यालयों में (एक अध्यापक को छोड़ते हुए) सृजित
पदों से अधिक शिक्षामित्रों द्वारा विकल्प प्रस्तुत किया गया है, उनमें
वर्तमान स्थिति बनाई रखी जाएगी। बीएसए अजय कुमार ने बताया कि इस निर्देश के
तहत ही अतिशीघ्र शिक्षामित्रों का समायोजन किया जाएगा।
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