बर्खास्तगी की नोटिस के बाद अब 49 शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी

कन्नौज। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के नाम से बीएड की फर्जी डिग्री बनाकर नौकरी पाए 49 शिक्षकों को बर्खास्त करने की तैयारी है। एसआईटी ने जांच पूरी कर निदेशक शिक्षा विभाग को सौंप दी है। निदेशक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र भेजा है।
माना जा रहा है कि इनके खिलाफ जल्द बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में 49 में से 33 शिक्षक जनपद में और 16 शिक्षक गैरजनपद में तैनात हैं।
इन शिक्षकों पर आरोप है कि इन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से 2004-2005 में बीएड की डिग्री हासिल करने के बाद इससे छेड़छाड़ कर फर्जी मार्कशीट तैयार की। इसका इस्तेमाल नौकरी के आवेदन में किया। मामला 2017 में खुला, जब एक व्यक्ति ने विश्वविद्यालय को गोपनीय तरीके से इसकी जानकारी दी। विश्वविद्यालय ने पहले विभागीय जांच कराई और फिर मामला एसआईटी के पास चला गया। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग में बीएड योग्यताधारियों की वर्ष 2004 के बाद कई भर्तियां सहायक अध्यापक प्राथमिक व सहायक अध्यापक गणित, विज्ञान व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में की गईं। भर्ती होने वाले 49 शिक्षकों ने बीएड की फर्जी अंकतालिका के सहारे नौकरी हासिल कर ली। एसआईटी ने मामले की जांच पूरी कर निदेशक बेसिक शिक्षा विभाग को सूची व सीडी सौंप दी है।


बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने बताया कि इस मामले में जिन 49 शिक्षकों पर आरोप है, उनमें 33 शिक्षक जिले में काम कर रहे हैं। 16 शिक्षक गैरजनपद में तैनात हैं। जिले के 33 शिक्षकों को सेवा बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया जा चुका है। अब इन्हें बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू की जा रही है। कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा जा रहा है। निर्देश मिलने के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


फर्जी बीएड डिग्री से नौकरी पाए 49 शिक्षकों को बर्खास्त करने की तैयारी
जांच के घेरे में आए 33 शिक्षक जिले में सहायक अध्यापक पद पर कर रहे नौकरी