निजी स्कूलों की लूट से बचने का उपाय
1- मोहल्ले के या नजदीक के 50 परिवार एक समूह बनाऐं।
2- उस समूह के सभी लोग अपने बच्चों का सरकारी स्कूल में दाखिला करा दें।
3- केवल पहले साल के लिए एक साल का निजी स्कूल का खर्च का केवल आधा भाग एडवांस में उस सरकारी स्कूल को दान कर दें । आप चाहे तो नकद न दें बल्कि सामान खरीदकर दें और विद्यालय रिकॉर्ड में उस दान की ऐंट्री भी करा दें ताकि उसमें इन्फ्रा स्ट्रक्चर निजी स्कूलों जैसा हो जाए ।
4- इन 50 परिवारों में से 5 परिवारों के पढ़े लिखे युवा या पढ़ी लिखी बहुएँ, बेटियाँ (जो घर पर रहतीं हों) एक महीने का समय दान कर स्कूल में पढ़ाने जाएँ और स्कूल की शिक्षा, व्यवस्था को अपने हिसाब का बनाने में शिक्षकों का सहयोग कर दें।
इस तरह प्रति 5 परिवार के एक माह देखरेख से 50 परिवार पूरे 10 माह देखरेख कर सकेंगे।
5- प्रति रविवार सब बैठक में एकत्र हों जिसमें बच्चों की पढाई, समस्याएँ और समाधान पर चर्चा करें ।
6- यह सब केवल पहले साल करना है, अगली साल से बिना एक रुपया खर्च किए ही केवल समय दान करके ही यह सब हो जाएगा।
7- दो साल बाद यह ट्रेंड बन जाएगा और फिर आपको समय दान के दिए सात दिन तक मिलना मुश्किल हो जाएगा।
8- यह ऐसी शुरूआत होगी जो आगे चलकर समाज में सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने और सरकारी स्कूल की मदद करने को फैशन बना देगी और समाज निजी स्कूलों, कोचिंगों संस्थानों की लूट से बच जाएगा।
9- कम से कम इसे शेयर करके संदेश तो मुफ्त में आगे बढ़ा ही सकते हैं।
10 - पहले यह प्रयोग कक्षा 1 से 8 तक के लिए करके देखें।
आज से ही इसकी शुरूआत करें।
दूसरे लुट रहे लोग भी आपके साथ जल्दी ही खड़े मिलेंगे।
(कॉपी)
1- मोहल्ले के या नजदीक के 50 परिवार एक समूह बनाऐं।
2- उस समूह के सभी लोग अपने बच्चों का सरकारी स्कूल में दाखिला करा दें।
3- केवल पहले साल के लिए एक साल का निजी स्कूल का खर्च का केवल आधा भाग एडवांस में उस सरकारी स्कूल को दान कर दें । आप चाहे तो नकद न दें बल्कि सामान खरीदकर दें और विद्यालय रिकॉर्ड में उस दान की ऐंट्री भी करा दें ताकि उसमें इन्फ्रा स्ट्रक्चर निजी स्कूलों जैसा हो जाए ।
4- इन 50 परिवारों में से 5 परिवारों के पढ़े लिखे युवा या पढ़ी लिखी बहुएँ, बेटियाँ (जो घर पर रहतीं हों) एक महीने का समय दान कर स्कूल में पढ़ाने जाएँ और स्कूल की शिक्षा, व्यवस्था को अपने हिसाब का बनाने में शिक्षकों का सहयोग कर दें।
इस तरह प्रति 5 परिवार के एक माह देखरेख से 50 परिवार पूरे 10 माह देखरेख कर सकेंगे।
5- प्रति रविवार सब बैठक में एकत्र हों जिसमें बच्चों की पढाई, समस्याएँ और समाधान पर चर्चा करें ।
6- यह सब केवल पहले साल करना है, अगली साल से बिना एक रुपया खर्च किए ही केवल समय दान करके ही यह सब हो जाएगा।
7- दो साल बाद यह ट्रेंड बन जाएगा और फिर आपको समय दान के दिए सात दिन तक मिलना मुश्किल हो जाएगा।
8- यह ऐसी शुरूआत होगी जो आगे चलकर समाज में सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने और सरकारी स्कूल की मदद करने को फैशन बना देगी और समाज निजी स्कूलों, कोचिंगों संस्थानों की लूट से बच जाएगा।
9- कम से कम इसे शेयर करके संदेश तो मुफ्त में आगे बढ़ा ही सकते हैं।
10 - पहले यह प्रयोग कक्षा 1 से 8 तक के लिए करके देखें।
आज से ही इसकी शुरूआत करें।
दूसरे लुट रहे लोग भी आपके साथ जल्दी ही खड़े मिलेंगे।
(कॉपी)