संघर्ष के साथियों नमस्कार---दोस्तो आज हमारे केस की शुरुआत 2:30पर चन्द्रा सर् की बहस से हुई और बहस पूरी तरह भारांक के इर्द गिर्द घूमती रही।।इसके लिए उन्होंने अपनी रिट pretition में लगी भारांक की टेबल का सहारा लिया जिसके लिए और कोर्ट को बताया कि यह कैसे भर्ती का बोझ है।।
इसके पश्चात 68500,और 69000 भर्तियों को अलग-अलग सिद्ध करने के लिए उन्होंने दोनो भर्तियों के विज्ञापन, प्रश्नपत्र,बैठने वाले अभ्यर्थियों के आधार पर पूरी तरह से अलग-अलग सिद्ध कर दिया क्योंकि 90-97 को बहाल कराने के लिए 60-67, को दफन करना भी जरूरी तहस।।।सर् ने बताया कि कैसे 69000 में कठिनाई का स्तर घटने की वजह से कट ऑफ को बढ़ाया गया(जल्दबाजी में अपडेट देते समय गूगल टाइपिंग से गलती के कारण अंशु सिंह द्वारा कठिनाई का स्तर बढ़ने की वजह से कट ऑफ बढ़ाया गया ऐसा लिख दिया गया था)
इसके पश्चात सर् के द्वारा MCD, DSSSB, योगेश यादव आदि आदेशो पर बहस करके कोर्ट को पूरी तरह से आश्वस्त किया गया कि यहाँ पर कट ऑफ को UP/DOWN नही किया जा रहा है बल्कि लगाया जा रहा है, जिसपर कोर्ट पूरी तरह संतुष्ट हो गयी।।कोर्ट को चन्द्रा सर् द्वारा NCTE और राज्य सरकार के अधिकारों को बताकर 55-60 को भी दफन कर दिया।।दोस्तों आज कोर्ट में जज साहब के द्वारा जितने भी क्रॉस क्वेश्चन किये गए उसका उत्तर चन्द्रा सर् ने अच्छे से देकर कोर्ट को पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया और दोंनो जज पूरी तरह से से चन्द्रा सर् की हाँ में हाँ मिलाते नजर आए।।
69000 shikshak bharti court update
आज की चन्द्रा सर् के द्वारा जोरदार बहस के लिए हमारी टीम ब्रीफिंग कॉउंसिल मेहा mam और सर् के द्वारा की गई मेहनत की शुक्रगुजार है कि उन्होंने हमारे द्वारा ब्रीफ किये गए बिन्दुओ को as it is कोर्ट में प्रस्तुत किया।। दोस्तो अभी अतिउत्साहित होने की आवश्कता नही है किन्तु हम केस में लीड कर रहे हैं।।।
नोट--थोड़ी देर बाद अलकायदा नरेश का ऑडियो आएगा तो उसमें किये गए कटाक्ष को लेकर टीम के किसी भी मेम्बर को परेशान न करना क्योंकि अलकायदा नरेश को अंग्रेजी आती नही है और वो कोर्ट में एक भी मिनट के लिए नही रहते हैं और अगर रहते भी है तो गुटखा थूकने के लिये बाहर जाना पड़ता है।।
कल अपने केस की सुनवाई 2:15 से शुरू होगी और बीटीसी टीम के कालिया सर् अपना पक्ष रखेंगे।।
धन्यवाद
इसके पश्चात 68500,और 69000 भर्तियों को अलग-अलग सिद्ध करने के लिए उन्होंने दोनो भर्तियों के विज्ञापन, प्रश्नपत्र,बैठने वाले अभ्यर्थियों के आधार पर पूरी तरह से अलग-अलग सिद्ध कर दिया क्योंकि 90-97 को बहाल कराने के लिए 60-67, को दफन करना भी जरूरी तहस।।।सर् ने बताया कि कैसे 69000 में कठिनाई का स्तर घटने की वजह से कट ऑफ को बढ़ाया गया(जल्दबाजी में अपडेट देते समय गूगल टाइपिंग से गलती के कारण अंशु सिंह द्वारा कठिनाई का स्तर बढ़ने की वजह से कट ऑफ बढ़ाया गया ऐसा लिख दिया गया था)
इसके पश्चात सर् के द्वारा MCD, DSSSB, योगेश यादव आदि आदेशो पर बहस करके कोर्ट को पूरी तरह से आश्वस्त किया गया कि यहाँ पर कट ऑफ को UP/DOWN नही किया जा रहा है बल्कि लगाया जा रहा है, जिसपर कोर्ट पूरी तरह संतुष्ट हो गयी।।कोर्ट को चन्द्रा सर् द्वारा NCTE और राज्य सरकार के अधिकारों को बताकर 55-60 को भी दफन कर दिया।।दोस्तों आज कोर्ट में जज साहब के द्वारा जितने भी क्रॉस क्वेश्चन किये गए उसका उत्तर चन्द्रा सर् ने अच्छे से देकर कोर्ट को पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया और दोंनो जज पूरी तरह से से चन्द्रा सर् की हाँ में हाँ मिलाते नजर आए।।
69000 shikshak bharti court update
आज की चन्द्रा सर् के द्वारा जोरदार बहस के लिए हमारी टीम ब्रीफिंग कॉउंसिल मेहा mam और सर् के द्वारा की गई मेहनत की शुक्रगुजार है कि उन्होंने हमारे द्वारा ब्रीफ किये गए बिन्दुओ को as it is कोर्ट में प्रस्तुत किया।। दोस्तो अभी अतिउत्साहित होने की आवश्कता नही है किन्तु हम केस में लीड कर रहे हैं।।।
नोट--थोड़ी देर बाद अलकायदा नरेश का ऑडियो आएगा तो उसमें किये गए कटाक्ष को लेकर टीम के किसी भी मेम्बर को परेशान न करना क्योंकि अलकायदा नरेश को अंग्रेजी आती नही है और वो कोर्ट में एक भी मिनट के लिए नही रहते हैं और अगर रहते भी है तो गुटखा थूकने के लिये बाहर जाना पड़ता है।।
कल अपने केस की सुनवाई 2:15 से शुरू होगी और बीटीसी टीम के कालिया सर् अपना पक्ष रखेंगे।।
धन्यवाद