बेसिक स्कूलों में शिक्षक खुद का करेंगे मूल्यांकन, स्वमूल्यांकन के लिए 9 मानक तय, देनी होगी वार्षिक गोपनीय आख्या

अब सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों के किए गए कामों का आकलन कार्पोरेट कंपनियों की तर्ज पर होगा। उनकी वार्षिक गोपनीय आख्या लिखने से पहले उनसे पूछा जाएगा कि वे इन मानकों पर अपने आपको कहां
पर रखते हैं। इसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी इसकी समीक्षा करेंगे और बेसिक शिक्षा अधिकारी इसे मंजूरी देंगे। अभी तक शिक्षकों की वार्षिक गोपनीय आख्या (सीआर) का कोई मानक नहीं है और न ही इसके रखरखाव की कोई व्यवस्था है। लेकिन अब इसके मानक तय कर दिये गये हैं। स्वमूल्यांकन के लिए 9 मानक तय किये गये हैं। अध्यापक और प्रधानाध्यापक के लिए अलग-अलग मानक तय किये गये हैं।