बदायूं। तबादले को लेकर बुधवार की बीएसए दफ्तर में हंगामा करने के मामले में बीएसए एक लिपिक, उसकी पत्नी और ने चार शिक्षकों को नामजद करते हुए करीब 180 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने चार शिक्षकों को निलंबित भी कर दिया है। एक और शिक्षक के निलंबन की कार्रवाई चल रही है।
बीएसए कार्यालय में कई दिन से कनिष्ठ लिपिक अमित भास्कर के तबादले से गहमागहमी का माहौल है। बीएसए रामपाल सिंह राजपूत द्वारा दर्ज कराई एफआईआर के मुताबिक बुधवार को वह कार्यालय में बैठे कार्य निपटा रहे थे। उसी दौरान अमित भास्कर की पत्नी सुमन सिंह लगभग सौ-सवा सौ पुरुष और 50-60 महिलाएं कार्यालय में घुस आए। उनको चारों ओर से घेर लिया और भीड़ के साथ मिलकर गालीगलौज, अभद्र व्यवहार कर जान से मारने की
धमकी दी। आरोप है कि भीड़ ने घेराबंदी करते हुए 'मारो इसे मारो और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए हमला बोल दिया। ये देखकर कार्यालय के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दे दी। रोडवेज चौकी पुलिस पहुंच गई लेकिन हालात नहीं संभले तो सिविल लाइन थाने से पुलिस बुलाई गई। तब उन्हें आरंपियों के चंगुल से बचाया। बीएसए का कहना है कि हंगामा करने वालो में उच्च प्राथमिक विद्यालय चंदवा ब्लॉक म्याऊं के शिक्षक हरीश कुमार दिनकर, संविलियन विद्यालय सखानू के शिक्षक भारत सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय शिकरपुर के मोहर सिंह और जगत के सहायक अध्यापक हरिनंदन भी सिंह, हरिनंदन और प्राथमिक विद्यालय फतेहनगला की शिक्षिका कंचन को निलंबित कर दिया है। भारत सिंह को निलंबित करने की तैयारी चल रही है।
कनिष्ठ सहायक अमित भास्कर द्वारा ये हमला कराने
के लिए हाटसएप पर मेसेज वायरल किया गया था, इसकी पूरी साजिश रची गई थी। बुधवार को कनिष्ठ सहायक अमित भास्कर की पत्नी ने मारपीट, गालीगलौज और जान से मारने की धमकी भी दी थी। - रामपाल सिंह राजपूत, बीएसए
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