भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में जब लोकायुक्त की टीम ने एक प्राइमरी के शिक्षक के घर पर छापेमारी की तो जो खुलासा हुआ उससे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। 23 साल पहले साल 1998 में संविदा शिक्षक से भर्ती हुआ ये प्राइमरी शिक्षक 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति का आसामी निकला है। घर से मिले दस्तावेजों को देखकर लोकायुक्त टीम की आंखें भी खुली की खुली रह गईं। प्राइमरी शिक्षक के पास भोपाल के पॉश इलाके में आलीशान मकान के साथ ही बड़ी मात्रा में कृषि भूमि, आवासीय प्लॉट की रजिस्ट्री और 6 दुकानें होने का भी खुलासा हुआ है।
5 करोड़ का प्राइमरी टीचर
मंगलवार
की सुबह भोपाल की लोकायुक्त टीम ने जब शहर के मिनाल रेसीडेंसी इलाके में
रहने वाले बैतूल के प्राथमिक शिक्षक पंकज श्रीवास्तर के घर पर छापा मारा तो
वहां जो दस्तावेज मिले उन्हें देखकर टीम के सदस्य भी हैरान रह गए।
प्राइमरी टीचर पंकज के घर से जो दस्तावेज मिले हैं उनकी जांच करने पर
खुलासा हुआ है कि उसकी संपत्ति 5 करोड़ रुपए भी ज्यादा की है। उनके पास से
बड़ी मात्रा में कृषि भूमि और आवासी प्लॉट की रजिस्ट्री के साथ ही 6 दुकानों
के दस्तावेज भी मिले हैं । 23 साल पहले संविदा शिक्षक के तौर पर भर्ती
होने वाले पंकज श्रीवास्तव फिलहाल में बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील के
रेंगा ढाना प्राइमरी स्कूल में पदस्थ हैं।
23 साल की नौकरी में कैसे बना करोड़पति ?
23
साल की नौकरी में प्राइमरी टीचर पंकज श्रीवास्तव का कुल वेतन 36 लाख 50
हजार रुपए है । आरोपी के पास से लोकायुक्त छापे में कुल 24 संपत्तियां मिली
हैं जिनमें मिनाल रेसीडेंसी में आलीशान मकान, समरधा में प्लॉट, पिपलिया
में एक एकड़ भूमि, छिंदवाड़ा में 6 एकड़ जमीन, बैतूल में 8 आवासीय प्लॉट,
बगडोना में 6 दुकानें और 10 अलग-अलग गांवों में भी कृषि भूमि होना पाया गया
है। लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार की सुबह 6 बजे एक साथ भोपाल की मिनाल
रेसीडेंसी और एमजीएम कॉलोनी बगडोना स्थिति आवास पर एक साथ छापेमारी की।
प्राइमरी टीचर पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि जो संपत्ति उनके पास मिली है
उसे उसने अपनी कड़ी मेहनत से कराया है। पिता के रिटायर होने के बाद उसे
काफी पैसे मिले थे जिसे उसने व्यापार में लगाया और मुनाफा कमाया। बताया जा
रहा है कि शिक्षक पंकज बीते करीब 30 साल से बड़े पैमाने पर अवैध रूप से
ब्याज पर पैसे लगाता था ।