लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश होने लगा है। यूपी में भाजपा सरकार विज्ञापनों के
बल पर चल रही है। 2022 चुनाव से पहले बीजेपी का चाल-चरित्र और चेहरा सामने आ चुका है। उन्होंने कहा कि प्रभावित करने के लिए योजनाओं का जनता पर पर अब कोई असर नहीं होने वाला है। अखिलेश यादव ने एक बयान में कहा, 'विज्ञापनों के बल पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में चल रही है। बीजेपी सरकार में कन्या विवाह योजना के बड़े विज्ञापन छपवाए जाते हैं। अखबारों में खबरें और फोटो खूब छपते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आवेदन के बाद अनुदान के लिए कई गरीब माता-पिता तीन साल से भटक रहे हैं। आलम यह है कि दफ्तरों में उलझी फाइल, कर्ज तले बिखर रहा गरीब का संसार, अकेले आगरा जिले में 600 से ज्यादा परिवारों का कन्या विवाह योजना का अनुदान रुका हुआ है। गरीब पर सरकारी मार भारी पड़ रही है।'
अखिलेश ने आगे कहा, 'प्राइमरी शिक्षा व्यवस्था का भी बीजेपी राज में बुरा हाल है। शिक्षक भर्ती लगातार विवादों में है। इन दिनों शिक्षकों को स्कूल के भवन निर्माण, मिड-डे मील आदि की व्यवस्था में भी लगा दिया गया है। एक शिक्षक के पास 10-10 स्कूलों की जिम्मेदारी से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है। कोरोना संकट में ढील के बाद खुले तमाम स्कूल भवन जर्जर हालत में हैं। बहुत से स्कूलों में शिक्षक भी नहीं हैं। बच्चों को पढ़ाई की बजाए सफाई के काम में लगा दिया जाता है।'
अखिलेश यादव ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, 'मुख्यमंत्री जी के मिशन शक्ति को लांछित करने में खुद उनके मंत्रिमण्डलीय सहयोगी ही जुट गए हैं। मंच से महिला सुरक्षा और सम्मान के तमाम झूठे दावे किए जाते हैं और पीठ पीछे महिला के सम्मान को ही तार-तार किया जाता हैं। पिंक बूथ, महिला थाना भी किस काम के अगर कोई पीड़िता शिकायत करती है तो उसकी मदद की बजाए उसे अपमानित किया जाता है। ऐसे में पीड़ित महिला को और परेशानी में फंसा दिया जाता है।' बता दें, अखिलेश यादव यूपी की योगी सरकार पर लगातार हमलावर हैं।