भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों से युवाओं ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
बताया जा रहा है कि अब प्राथमिक स्कूलों में खाली पदों पर नियुक्तियों की मांग कर रहे छात्रों ने भाजपा कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया है।
इस दौरान भाजपा कार्यालय में जुटे छात्रों ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की है। जिसके चलते मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को शांत कराने की कोशिश की। इस दौरान छात्रों और पुलिस में जमकर नोकझोंक भी हुई है।
इस मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “प्राइमरी में भर्ती की माँग कर रहे छात्रों को जिस तरह भाजपा सरकार की पुलिस ने सड़क पर घसीटा व गिरफ़्तार किया है, वो बेहद निंदनीय है।
अगर ईमानदार जाँच हो जाए तो यूपी की भाजपा सरकार के 4 लाख नौकरियों का दावा झूठा साबित होगा पर युवाओं पर 4 लाख लाठियां बरसाने का तथ्य, सच्चा निकलेगा।”
प्राइमरी में भर्ती की माँग कर रहे छात्रों को जिस तरह भाजपा सरकार की पुलिस ने सड़क पर घसीटा व गिरफ़्तार किया है, वो बेहद निंदनीय है।
अगर ईमानदार जाँच हो जाए तो यूपी की भाजपा सरकार के 4 लाख नौकरियों का दावा झूठा साबित होगा पर युवाओं पर 4 लाख लाठियां बरसाने का तथ्य, सच्चा निकलेगा। pic.twitter.com/nXRMWaoSbt
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 3, 2021
आपको बता दें कि योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों द्वारा मांग की जा रही है कि साल 2017 के बाद प्राथमिक शिक्षा में कोई नियुक्ति नहीं की गई है।
जबकि उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्कूल में साल 2020 के आंकड़ों के हिसाब से लगभग 217481 पद रिक्त पड़े हुए हैं। लेकिन इस बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार कोई नई नियुक्ति जारी नहीं कर रही है।
इसके साथ ही 69000 शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षण घोटाले की रिपोर्ट आने के बाद ओबीसी समाज के छात्र-छात्राएं विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिन्हें पिछले महीने उपमुख्यमंत्री के आवास के सामने से घसीट घसीट कर पीटा गया था।
शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की गई थी कि सरकार जल्द से जल्द नई नियुक्तियों के बारे में फैसला ले और जिन नियुक्तियों के लिए प्रक्रिया पूरी हो चुकी है उसमें उचित आरक्षण लागू करे।
अगर ये मांगें नहीं पूरी होती हैं तो छात्रों द्वारा इसी तरह से प्रदर्शन किए जाते रहेंगे।
गौरतलब है कि योगी सरकार द्वारा हाल ही में यह ऐलान किया गया था कि उन्होंने अपने शासनकाल में चार लाख से ज्यादा रोजगार दिए हैं।
लेकिन इसके बावजूद सड़कों पर उतरकर युवा योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए रोजगार की मांग कर रहे हैं।