●परिषदीय शिक्षकों को कैशलेस मेडिकल बीमा का लाभ मिले।
●इसके साथ ही GIS कटौती को बढ़ाकर सामूहिक बीमा लाभ को 2 लाख से बढ़ाकर 20 लाख किया जाना चाहिए।
●ग्रीष्मावकाश में या तो शिक्षकों को पूरी तरह से अवकाश मिले यानी ग्रीष्मावकाश में उन्हें कोई काम न सौंपा फए या ग्रीष्मावकाश को बन्द करके शिक्षकों को भी वर्ष में 30 EL का लाभ मिलना चाहिए।
●अन्य विभागों की तरह बेसिक में भी वेतन से जिस माह nps कटौती हो ,उसी माह nps में सरकार का अंशदान मिलाकर nps खाते में क्रेडिट हो जाना चाहिए।
● राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी सेकंड सैटरडे का अवकाश दिया जाना चाहिए।
●आकस्मिक अवकाश का मतलब ही अचानक से लिया जाने वाला अवकाश है। ऐसे में उसे किसी समय सीमा से कैसे बांधा जा सकता है?
●बेसिक में गत 5 वर्षों से कोई पदोन्नति नही हुई है। पदोन्नति प्रक्रिया अविलम्ब शुरू हो ,चाहे tet अनिवार्य कीजिये या बिना TET के पदोन्नति कीजिये ,लेकिन पदोन्नति अवश्य कीजिये सरकार...
आपसे बहुत उम्मीदें हैं। आशा है कि हम शिक्षकों के लिए भी आप कुछ इतिहास रच जाएंगे..
*जब शिक्षक हो चिंता से मुक्त, मन में रहें ना क्लेश*
*#तभी_निखरेगा_उत्तर_प्रदेश*
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