लखनऊ : इंटरनेट मीडिया पर वायरल आपत्तिजनक आडियो व वीडियो क्लिप प्रदेश में कई अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ा चुकी हैं। आइपीएस से लेकर अन्य सेवा के अधिकारियों की खूब किरकिरी भी हुई है। इस फेहरिस्त में अब बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात सचिवालय सेवा के अधिकारी आरवी सिंह का नाम भी जुड़ गया है। वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार को इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग से लेकर अन्य महकमों में चर्चाएं शुरू हो गईं। साइबर क्राइम सेल, लखनऊ मामले की जांच कर रही है।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल अश्लील वीडियो में विशेष सचिव आरवी सिंह एक युवती के साथ चैटिंग करते नजर आ रहे हैं। करीब 1.29 मिनट के वायरल वीडियो के कई अंश आपत्तिजनक हैं। हालांकि, आरवी सिंह का कहना है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है।
उनके मुताबिक उन्होंने मार्च में सचिवालय में कार्य करने के दौरान गलती से फेसबुक पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली थी। युवती की आइडी एक सोशल वर्कर की थी। युवती की फ्रेंडलिस्ट में कई जानने वाले दिखे, इसलिए उन्होंने फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली थी। इसके बाद एक लिंक आया था, उस पर क्लिक करते ही वीडियो काल शुरू हो गई थी जिसे देखकर वह दंग रह गए थे और जल्द ही उस काल को बंद कर दिया था।
इसके कुछ देर बाद एक अश्लील वीडियो क्लिप उन्हें भेजी गई और ब्लैकमेल करने के प्रयास शुरू हो गए। ऐसा कर रहे लोगों को फेसबुक पर ब्लाक करने पर उन्हें फोन काल आनी शुरू हो गई थीं। वीडियो क्लिप रितिक शर्मा के नाम से बनी फेसबुक आइडी के जरिये आरवी सिंह की फेसबुक वाल पर शेयर की गई थी।
वहीं, सहायक पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम सेल, लखनऊ विवेक रंजन राय का कहना है कि यह मामला हनीट्रैप का लग रहा है। सोमवार को प्रकरण में लिखित शिकायत भी की गई है। प्रकरण की गहनता से छानबीन कराई जा रही है।
वीडियो की सत्यता की भी जांच कराई जा रही है, जिससे स्पष्ट हो सके कि वीडियो से कोई छेड़छाड़ की गई है या नहीं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह आपत्तिजनक वीडियो कहां से और किसके जरिये वायरल किया गया है। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला शासन तक भी पहुंच चुका है।
’विशेष सचिव बोले, उन्हें किया जा रहा ब्लैकमेल
’साइबर क्राइम सेल कर रही है मामले की छानबीन