केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मंगलवार को 10वीं के परिणाम घोषित कर दिए। बिना परीक्षाओं के केवल आंतरिक परीक्षाओं के आधार पर ही छात्रों ने बेहतर अंक प्राप्त किए हैं। परीक्षा के लिए इस साल 21 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया था। 20 लाख से अधिक छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण प्रतिशत 99.04 रहा। वहीं, बीते साल उत्तीर्ण प्रतिशत 91.46 था। बीते साल की तरह इस साल भी त्रिवेंद्रम जोन टाप पर रहा। त्रिवेंद्रम जोन का पास फीसद 99.99 रहा। दूसरे स्थान पर बेंगलुरू और तीसरे पर चेन्नई रहा।
10वीं के परिणाम में लड़कियों और लड़कों दोनों ने बेहतर अंक प्राप्त किए हैं। बीते साल के मुकाबले लड़कियों के परिणाम में छह फीसद और लड़कों के परिणाम में आठ फीसद तक का सुधार हुआ है। इस साल कुल 99.24 फीसद लड़कियां और 98.89 फीसद लड़के पास हुए हैं। इस साल भी लड़कियों ने लड़कों के मुकाबले बाजी मारी है। ट्रांसजेंडरों के परिणाम में भी छह फीसद का सुधार हुआ है। इस साल 100 फीसद ट्रांसजेंडर पास हुए हैं। बीते साल 94.74 फीसद पास हुए थे।
10वीं बोर्ड की परीक्षा में इस साल कंपार्टमेंट छात्रों की संख्या घटी है। इस साल कुल 17,636 छात्रों की कंपार्टमेंट आई है। कंपार्टमेंट छात्रों का फीसद 0.84 रहा। 2020 में एक लाख से अधिक छात्रों की कंपार्टमेंट आई थी। संबंधित सामग्री 4
’>>आंतरिक मूल्यांकन प्रणाली के जरिये तैयार किया गया रिजल्ट
’>>99.24 फीसद लड़कियां और 98.89 फीसद लड़के पास हुए
एप से डाउनलोड करें प्रमाणपत्र
छात्र अपने सभी संबंधित सर्टिफिकेट मंजूषा एप के जरिये डाउनलोड कर सकते हैं। वहीं, डिजिलाकर पर भी सभी सर्टिफिकेट डाउनलोड करने की सुविधा है। इस बार विदेशी छात्रों को भी डिजिटल मार्कशीट डाउनलोड करने की सुविधा दी जा रही है। सीबीएसई की तरफ से इस साल भी न मेरिट सूची और न ही विषयवार मेरिट सूची जारी हुई।